गेंहू खरीदी केंद्रों पर अव्यवस्थाएं देख आक्रोशित हुए किसान, केंद्रों पर नहीं दी जानकारी
मंदसौरPublished: Mar 16, 2018 09:17:28 pm
कई गेंहू खरीदी केंद्रों पर दूसरे दिन भी नहीं सुधरी व्यवस्थाएं
मंदसौर । जिले में समर्थन मूल्य पर गेंहू खरीदी के लिए शुक्रवार को कईखरीदी केंद्रों पर अव्यवस्थाएं फैली थी। कईजगह किसानों ने आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने खरीदी केंद्र पर उपस्थित कर्मचारियों को खरी-खरी सुनाई।कईजगह किसानों के लिए छांव के लिए ना तो टेंट लगे थे ना बैठने की कोई व्यवस्था थी। किसानों को पीने का पानी भी नसीब नहीं हुआ। किसान जानकारी के लिए भी भटकते रहे।कई जगह किसान गेंहू लेकर गए पर खरीदी केंद्रों से किसानों को यह कहकर लौटा दिया कि उनको मैसेज से आमंत्रित नहीं किया। जिले के ४१ खरीदी केंद्रों में से पांच केंद्रों पर ही गेंहू की खरीदारी हुई। बाकि जगह खरीदी केंद्र सुने रहे।
सर्वर की समस्या के चलते नही हो पाई गेंहू खरीदी
नगरी प्रतिनिधि के अनुसार सहकारी साख समिति कचनारा पर शुक्रवार को सर्वर की परेशानी के चलते समर्थन मूल्य पर गेंहू खरीदी का कार्य प्रारंभ ही नहीं हो पाया है। समिति के परिसर मे कई किसानों ने रात्रि में ही गेंहू लेकर आ गए। लेकिन तुलाई नहीं होने से दिनभर किसान परेशान होते रहे। नगरी सहित क्षेत्र के 16 गांवो के किसानों के समर्थनमूल्य पर गेहूॅ खरीदी एवं भावांतर पंजीयन के लिए कचनारा सहकारी समिति को केंद्र बनाया है। यहां 8 50 गेंहू विक्रय के लिए पंजीकृत है। एक दिन देरी से प्रारंभ हुए इस खरीदी केंद्र पर शुक्रवार से गेहूॅ खरीदी प्रारंभ होनी थी। किंतु सर्वर की परेशानी के चलते गेंहू की खरीदी प्रारंभ हीं नही हो पाई। इससे किसान दिनभर परेशान हुए। वही सर्वर की स्लो स्पीड के कारण भावांतर पंजीयन के लिए भी किसानों को परेशान होना पड़ा। नगरी के किसान गोपाल अटोलिया ने बताया की भावांतर के अंतर्गत चना फसल का पंजीयन करने कचनारा सहकारी समिति गया किंतु वहां सर्वर की परेशानी के कारण काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। ओमप्रकाश धाकड़ का कहना है कि खरीदी केंद्र पर किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। सहकारी समिति के प्रबंधक सुरेश धाकड़ का बताया की सर्वर की परेशानी के कारण पहले दिन कोई खरीदी नहंी हो सकी है।कई किसान बिना किसी सूचना के अपनी उपज लेकर आ गये है । जब तक किसानों को मेसेज नही मिले गेहूॅ लेकर नहीं आए क्योंकि इसके बिना न तो केंद्र पर गेहूॅ खरीदा जा सकेगा नहीं उपज का बिल बन पाएगा।
नगरी में नहीं बना खरीदी केंद्र
नगरी क्षेत्र के किसानों की मांग थी कि गेंहू खरीदी केंद्र नगरी में बनाया जाए। कचनारा में खरीदी केंद्र पर पंजीकृत किसानों की संख्या ८५० है। इनमें से आधे नगरी के ही है।यही वजह है कि किसानों ने यहां पंजीयन एवं खरीदी केंद्र बनाने के लिए संबंधित अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन दिया था। खरीदी केंद्र नहीं होने से इस क्षेत्र के किसानों को परेशान होना पड़ेगा। नगरी के किसान लालूराम धाकड़,भेरुलाल धाकड़,गोवर्धन धाकड़ आदि का कहना है कि नगरी को खरीदी केंद्र बनाया जाना चाहिए जिससे नगरी के साथ ही आसपास के गांवो के किसानों को भी लंबी दूरी तय करके कचनारा नहीं जाना पड़ेगा। सहकारी संस्था भावगढ़ में गेंहू खरीदी केंद्र का शुभारंभ किया गया। शुभारंभ गणपत सिंह आंजना ने किया।
खेजडिय़ा में खरीदी केंद्र के बाहर किसानों ने दिया धरना
सीतामऊ तहसील के ग्राम खेजडिय़ा में बनाए गए गेंहू खरीदी केंद्र पर व्याप्त अव्यवस्थाओं एवं समस्या को देख किसान धरने पर बैठ गए। हालात बिगड़ते देख एसडीएम साधुलाल प्रजापत, थानाप्रभारी कन्हैयालाल डांगी मौके पर पहुंचे। यहां दोनेांं ने किसानों को समझाया और कहा कि जब तक समस्या का समाधान नहीं होता तब तक सुरजनी खरीदी ेकेंद्र पर गेंहू खरीदी नहीं की जाएगी।
बूढा खरीदी केंद्र पर परेशान हुए किसान (एमएन-१७१५- बूढा गेंहू खरीदी केंद्र के बाहर आक्रोशित किसान)
गेंहू खरीदी शुरु होने की सूचना पर अनेक किसान ग्राम बूढा के गेंहू खरीदी केंद्र पर बड़ी मात्रा में गेंहू लेकर पहुंच गए। यहां बताया गया कि उनका गेंहू जब तक नहीं खरीदा जा सकता जब उन्हें मैसेज देकर खरीदी केंद्र पर नहीं बुलाया जाता।पंजीकृत किसानों को खरीदी योजनानुसार बारी-बारी से सूचना देकर बुलाया जाएगा। यह सुन किसान नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि पंजीकृत किसानों को संदेश देकर यह भी बताना चाहिए था कि किसानों को कब और कैसे गेंहू लेकर खरीदी केंद्र आना है। किसानों को मालूम ही नहीं थी कि उन्हें जब तक मैसेज नहीं आएगा तब तक गेंहू लेकर नहीं आना है।यह सहकारी समिति और नोडल अधिकारी की त्रुटि है। इसका खामियाजना किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
मंदसौर और अमलवाद खरीदी केंद्र पर व्याप्त रही अव्यवस्थाएं
मंदसौर और अमलावद समितियों के गेंहू खरीदी केंद्र पर शुक्रवार को भी अव्यवस्थाएं रही। यहां ना तो किसानों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था थी और ना ही छांव के लिए टेंट लगे थे। बैठने के लिए भी कोईव्यवस्था नहंी थी। इन दोनों केंद्रों पर दिनभर किसान आते रहे और वे पंजीयन और गेंहू खरीदी संबंधी जानकारी जानने का प्रयास करते रहे। पर उपस्थित कर्मचारियों ने उन्हें संतुष्टि पूर्वक उत्तर तक नहीं दिया। उन्हें कभी मंडी में तो कभी कृषि विभाग में जाने को कहा गया, जबकि संबंधित विभागों द्वारा खरीदी केंद्र पर जाकर जानकारी लेने को कहा। इस तरह दिनभर किसान परेशान होते रहे।अमलावद गेंहू खरीदी से तो अपराह् तीन बजे से ही कर्मचारी गायब हो गए और केंद्र पर ताला लग गया। खडोद गांव के किसान ने मांगीलाल जाट कहा कि वे मंदसौर के खरीदी केंद्र पर अव्यवस्थाएं देखकर निराश है। यहां किसानों को ना तो खरीदी संबंधी और ना ही पंजीयन संबंधी जानकारी दी जा रही है। मुल्तानपुरा निवासी किसान अहमद नियारगर ने कहा कि खरीदी केंद्र पर कोई व्यवस्था नहीं है। किसानों को पीने का पानी तक नहीं मिला। पंजीयन संबंधी जानकारी तक नहीं दी गई। कर्मचारियों का व्यवहार किसानों को टालने का ही रहा है।
पांच केंद्रों पर ही गेंहू खरीदी
शुक्रवार को नाहरगढ़, भावगढ़, धारियाखेड़ी, निंबोद और अफजलपुर खरीदी केंद्रों पर ही किसानों के गेंहू खरीदे गए। दूसरे दिन कुल ११४५ क्विटंल गेंहू खरीदा गया। नागरिक आपूॢत विभाग के प्रबंधक दिनेश शर्माने बताया कि कम्प्यूटर के सॉफ्टवेयर खराब होने से गेंहू खरीदी प्रभावित हुईहै।व्यवस्थाएं सुधारी जा रही है।
एसएमएस में दी तिथि पर पहुंचे
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष मदनलाल राठौर ने कहा कि बैंक के कार्यक्षेत्र के दोनों जिलों मंदसौर व नीमच की लहसुन प्रमुख फसल है। समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन प्रारम्भ हो चुका है। किसान एसएमएस प्राप्त होने पर ही अपनी उपज लेकर खरीदी केन्द्र पर पहुंचे ताकि उनकी उपज विक्रय हो सकें। यदि किसी किसान ने बिना एसएमएस प्राप्त हुए अपनी उपज विक्रय करने का प्रयास किया तो यह नियमों के विपरीत होगा और उसकी उपज का विक्रय नहीं हो सकेगी।