भाजपा ने फूंका सरकार का पुतला पुलिस मुकदर्शक बन देखती रही
मंदसौरPublished: Jan 21, 2019 09:23:48 pm
भाजपा ने फूंका सरकार का पुतला पुलिस मुकदर्शक बन देखती रही
मंदसौर.
भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और बड़वानी जिले के बलवाडी भाजपा मंडल अध्यक्ष की हत्या करने वाले आरोपी की गिरफ्तार नहीं होने के विरोध में गांधी चौराहा पर सरकार के दो पुतलें फूं के और नारेबाजी की। इससे पहले महिला कार्यकर्ताओं ने पुतले पर जूते-चप्पल भी मारे। वहीं दूसरी ओर पुलिस मुकदर्शक बन देखती रही।
भाजपा जिलाध्यक्ष चंदरसिंह सिसोदिया ने बताया कि जब से प्रदेश में काग्रेस की सरकार आई है। तब से हत्याओं का दौर चल पड़ा है। प्रदेश में अपराध बढ़ रहे है। एवं कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। 20 जनवरी रविवार को बड़वानी जिले के बलवाड़ी के भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे सुबह घूमने के लिए निकले थे जिन की निर्मम हत्या कर दी गई और आरोपियों की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो सकी। अपराधियों के मंसूबे बड़े हुए हैं और वह आए दिन बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। मध्य प्रदेश सरकार आंख कान बंद किए बैठी है। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्या किया जाना अपने आप में एक बड़ा सवाल पैदा करता है, ऐसी निकम्मी सरकार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी कड़ा विरोध करते हुए गांधी चौराहे मंदसौर सरकार का पुतला दहन किया । इस अवसर पर सांसद सुधीर गुप्ता, लोकसभा प्रभारी अनिल जैन,सह प्रभारी महेंद्र भटनागर, विधायक जगदीश देवड़ा, पूर्व विधायक कैलाश चावला, बैंक अध्यक्ष मदनलाल राठौर, अनिल कियावत, भाजपा जिला महामंत्री अजय सिंह चौहान, रिप्पी चावला, विजय पोपट सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इधर, कांग्रेस ने कहा भाजपा हत्या जैसे संवेदनशील मामले में राजनीति बन्द करे
विगत दिनों मन्दसौर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता द्वारा नपा अध्यक्ष प्रहलाद बंधवार की निर्मम हत्या कर दी गई थी और उक्त सारे तथ्य हत्यारोपीे ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार भी किए और अब भाजपा के लोग अपनी पार्टी के अंदरूनी मामले को कांग्रेस सरकार के माथे पर मढऩे का प्रयास कर रहे हैं। यह आरोप लगाते हुए जिला कांग्रेस कमेटी मन्दसौर के प्रवक्ता शैलेन्द्र जोशी ने कहा कि एक तरफ तो खुद बीजेपी का कार्यकर्ता हत्या करता है और वहीं दूसरी और बीजेपी के कार्यकर्ता चौराहे पर हंगामा करते है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा हत्या जैसे संवेदनशील मामले में राजनीति बन्द करें।