पिछली बार 1 लाख मीट्रिक टन की खरीदी हुई थी। इस बार गेंहू का रकबा भी जयादा है और पंजीकृत किसानों की भी अधिक है। ऐसे में इस बार खरीदी अधिक होगी। चुनावी आचार संहिता के बीच केंद्रों बनाने से लेकर परिवहन और भंडारण से लेकर अन्य खरीदी से जुड़ी तैयारियां की जा रही है। हालांकि खरीदी करने वाले और किसान भी असंमजस्य में है।अब तक अधूरी तैयारियां है। किसानों को पंजीयन के आधार पर मैसेज आएंगे और फिर समर्थन पर उपज बेचने के बाद राशि भी उनके खातों में आएगी।
बोनस घटा, समर्थन मूल्य बढ़ा
समर्थन मूल्य पर होने वाली गेहूं खरीदी में प्रति क्विंटल 160 रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। राज्य सरकार द्वारा दिए निर्देशों के अनुसार किसानों को प्रति क्विंटल पर यह प्रोत्साहन राशि मिलेगी। इस राशि के साथ गेहूं 2 हजार रुपए प्रति क्विंटल के मान से खरीदा जाएगा। इस बार समर्थन मूल्य 1840 रुपए मिलेगा। इस बार बोनस राशि घटी तो समर्थन मूल्य बढ़ा है। पिछली बार बोनस २६५ रुपए था। इस बार १६०160 है तो पिछली बार समर्थन 1735 था। इस बार 1840 है। पिछली बार १ लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी गई थी। इस बार 25 हेक्टेयर पिछले साल से ज्यादा गेहूं का रकबा है तो किसानों की संख्या भी अधिक है। इस बार पंजीयन 14 मार्च तक हुए। पिछली बार 32हजार ०९ किसानों ने पंजीयन कराया था। इस बार 54 हजार 598 है। इसलिए इस बार अधिक खरीदी होना बताया जा रहा है।
जिले में पंजीयन की फैक्ट फाईल
उपज पंजीयन
गेंहू 54 हजार 598
चना 21 हजार 84
मसूर 3 हजार 860
सरसों 10 हजार 206
खरीदी होना है शुरु- 25 मार्च से