दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। जानकारी के अनुसार रात्रि ९.१५ बजे करीब उदयपुर-मंदसौर यात्री गाड़ी के आगमन के दौरान रेलवे फाटक को बंद किया था। गाड़ी के जाने के बाद जब गेटमेन ने इलेक्ट्रॉनिक फाटक को खोला तो बस स्टैंड की साइड का बेरियर खुला नही नहीं ऐसे में एक फाटक खुलने से वाहन चालक आमने-सामने हो गए व जाम लग गया। सिग्नल मिस्त्री कांतिलाल कैथवास, हरज्ञान गुर्जर ने करीब 15 मिनट तक मशक्कत के बाद गेट को खोला। तब तक बड़ी संख्या में दोनों ओर वाहन कतार में खड़े थे। फाटक खुलने के बाद भी जाम लगने से वाहन चालक निकलने के दौरान परेशान होते रहे।
ओव्हरब्रिज नही बनने का खामियाजा भुगत रहे आमजन
उल्लेखनीय है कि यहां रेलवे फाटक गेट क्रमांक 141 पर ओव्हरब्रिज रेल बजट में स्वीकृत हुई था। पिपलिया के साथ स्वीकृत हुए अन्य स्थानों के ब्रिज पूर्णता की ओर है, लेकिन जवाबदारों की उदासीनता के चलते अभी तक यहां कार्य शुरु नही हुआ है और आम आदमी इसका खामियाजा भुगत रहा है। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इस ब्रिज का शिलांयास भी कर दिया था। लेकिन धरातल पर कार्य नही हुआ। प्रतिदिन हजारों लोग जाम से परेशान हो रहे है, वहीं कई बार मरीजों को ले जाने वाली एबूलेंस, जननी एक्सप्रेस के साथ ही फायर फायटर भी जाम में फंस जाते है।