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अन्नदाता के खाते में एक रुपया भेज कर पहले होगा खाता चेक, फिर आएगी समर्थन मूल्य की राशि

locationमंदसौरPublished: Mar 25, 2019 12:26:25 pm

Submitted by:

Nilesh Trivedi

अन्नदाता के खाते में एक रुपया भेज कर पहले होगा खाता चेक, फिर आएगी समर्थन मूल्य की राशि

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अन्नदाता के खाते में एक रुपया भेज कर पहले होगा खाता चेक, फिर आएगी समर्थन मूल्य की राशि

मंदसौर.

प्रदेशभर के किसानों के खाते में पहले ऑनलाइन एक रुपया आएगा, जिसके बाद ट्रांजेक्शन सही पाए जाने पर समर्थन मूल्य पर बेचे गए गेहूं का भुगतान होगा, जिसका मुख्य उद्देश्य पंजीयन के दौरान किसानों द्वारा दिए गए खातों का सत्यापन करना है। ताकि किसी किसान का खाता नंबर सही नहीं पाए जाने पर उसे दुरूस्त किया जा सके।
जिले में २५ मार्च से २४ मई तक समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी का काम शुरू हो रहा है। इसलिए जिले में कुल ४८ सेंटर बनाए गए हैं।
इन सेंटरों में से करीब २५ सेंटर ऐसे हैं जहां गोदाम की भी व्यवस्था है। ताकि भंडारण के लिए परिवहन की आवश्यकता नहीं पड़े। वहीं सीतामऊ में एक, सुवासरा में दो, श्यामगढ़ में २ , गरोठ में एक, भानपुरा में २ गोदाम मंडी स्तर पर व १५ खरीदी केंद्रों पर संस्था स्थल पर खरीदी कर गोदामों में माल रखा जाएगा।

१५ लाख क्ंिवटल का लक्ष्य, पिछले साल खरीदा था १० लाख
गत वर्ष मंदसौर जिले में करीब १० लाख क्ंिवटल गेहूं की खरीदी हुई थी। लेकिन इस साल उत्पादन में वृद्धि को देखते हुए विभाग द्वारा करीब १५ लाख क्ंिवटल खरीदी का लक्ष्य तय किया गया है। जिसके आधार पर विपणन विभाग ने २५०० गठान बारदान मंगवा लिया है। इसमें एक-एक गठान में करीब ५००-५०० बारदान रहेंगे।

मैसेज आने पर अन्नदाता लेकर पहुंचे केंद्र पर गेहूं
वैसे तो समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी का काम २५ मार्च से प्रारंभ हो जाएगा। लेकिन अन्नदाता तभी गेहूं लेकर पहुंचे, जब उन्हें मोबाईल पर गेहूं बेचने लाने के लिए मैसेज प्राप्त हो, किसानों से केवल एफएक्यू किस्म का गेहूं खरीदा जाएगा। किसी भी केंद्र पर नॉन एफएक्यू किस्म का गेहूं नहीं खरीदा जाएगा। अगर किसी ट्रक में एक भी बोरी किसी समिति द्वारा बिना एफएक्यू भेज दी गई तो उनका पूरे ट्रक का भुगतान रूक जाएगा।

मंडी में बिक रहा समर्थन मूल्य से कम गेहूं
कृषि उपज मंडी में होली से रंगपंचमी तक पांच दिन का अवकाश है। लेकिन इसी बीच शुक्रवार को जब एक दिन के लिए मंडी खुली तो करीब १० से १२ हजार बोरी गेहूं की आवक हुई। यह गेहूं १६०० से १९०० रुपए क्ंिवटल बिक रहा था। किसानों ने बताया कि जो गेहूं २००० से ऊपर बिकना चाहिए। वह सीधे १६००-१७०० रुपए बिक रहा है। जिसका मुख्य कारण यह है कि समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू नहीं हुई है ओर किसान को पैसे की जरूरत है। मंडी अब २६ मार्च को खुलेगी।
पांच दिन पहले जो गेहूं २००० रुपए क्ंिवटल तक बिक रहा था, वह शुक्रवार को मात्र १७००-१८०० बिक रहा है। मेरा गेहूं भी मात्र १७४८ रुपए क्ंिवटल बिका है। मैंने समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पंजीयन करा रखा है। लेकिन खरीदी शुरू नहीं हुई है इस कारण मंडी में बेचने आया हूं।
-विनोद पाटीदार, किसान
मेरा गेहूं मात्र १७५० रुपए क्ंिवटल बिका है। यह लोकवान किस्म का गेहूं कम से कम २००० बिकना चाहिए, लेकिन समर्थन मूल्य से भी कम दाम मिल रहे हैं। मंडी में बेस्ट किस्म का गेहंू इस समय १९०० से अधिक नहीं बिक रहा है।
-अनिलकुमार, किसान

किसान एफएक्यू किस्म का लाए गेहूं
समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी २५ मार्च से प्रारंभ होगी, जिसकी तैयारियां हो चुकी है। किसान माल खूखाकर, छानकर एफएक्यू किस्म बनाकर लेकर आएं, ताकि किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आए। किसानों को कब गेहूं लाना है इसका मैसेज सीधे भोपाल स्तर से आएगा, वहीं किसानों के खाते में सीधे जीआईटी से भुगतान होगा। जिसके पहले वेरिफिकेशन के लिए एक रुपया खाते में डाला जाएगा।
-रोहित श्रीवास्तव, जिला विपणन अधिकारी
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