जो नपा की गले की फांस बन गया है। लगातार ऐसे मामले सामने आने के बाद नपा के तकनीकि अमले पर फिर से सवाल खड़े हो रहे है। पहले रुके हुए काम का विवाद सुलझा नहीं हुआ मंगलवार को एक और उद्यान में निजी जमीन का मामला सामने आ गया।
5 लाख तक का कर दिया काम
पहले रोके गए उद्यान के काम में सिर्फगड्ढें खोदे गए थे, लेकिन मंगलवार को जिस उद्यान पर काम रोका। वहां ठेकेदार ने ५ लाख से अधिक राशि तक का काम कर दिया। इसमें फाउंडेशन तैयार करने का काम अंतिम तौर तक आ चुका। इसके बाद भूमिस्वामी द्वारा निजी भूमि का दावा किया गया। नपा ने आनन-फानन में काम तो रोक दिया।लेकिन इससे कईसवाल खड़े हो रहे है। अब नपा इसका रास्ता खोजने में लगी है।
पहले भी एक उद्यान में निजी के बाद रुका हुआ हैकाम
नपा अब कागजों में इस समस्या का समाधान तलाश रही है। अमृत योजना में होने वाले कामों पर स्थान चयन नपा करती है। इसके बाद पूरी प्रक्रिया अमृत की प्रक्रिया के तहत अन्य एजेंसी करती है। टैंडर-वर्क ऑर्डर सबकुछ होने के बाद ठेकेदार ने काम शुरु किया।
तब तक किसी ने आपत्ति भी नहीं ली और नपा ने भी खुली पड़ी भूमि के बारें में पड़ताल नहीं की। जब मौके पर काम शुरु हुआ तो भूमिस्वामी ने निजी होने का दावा किया। इसके बाद विवाद उठा और काम रुक गया। अभिननंदन मेन में बनने वाले उद्यान में जहां गड्ढें खोदे जा चुके है दस्तावेज देखने के बाद काम रोक दिय गया और गड्ढें छोड़ दिए गए।
लिखा है टीएनसीपी को
टीएनसीपी को लिखा है। इसे कैसे अप्रुल कर दिया है। पूरे में मामले जमीन की स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकेगा।इसे मामले को लेकर टीएनसीपी के पास जाएंगे।-आरपी मिश्रा, सीएमओ