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पंचायतों की लापरवाही की धूप के तले पशुओं की ‘लाखों की छांव’

locationमंदसौरPublished: Apr 29, 2019 08:37:26 pm

Submitted by:

Vikas Tiwari

पंचायतों की लापरवाही की धूप के तले पशुओं की ‘लाखों की छांव’

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मंदसौर.
ग्रामीण क्षेत्र में पशुओं के उपचार छांव में हो इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर विभाग द्वारा सुविधाएं मुहैया करवाने का लक्ष्य दिया गया। इसके तहत विभाग द्वारा टीन शेड बनाने थे। जिसके लिए जिला पंचायत द्वारा करीब १०० ग्राम पंचायतों को चिह्ंित किया गया और उन ग्राम पंचायतों को इसके लिए राशि भी दी गई थी। इसकी एक रिपोर्ट हाल में ही जिला पंचायत सीईओ आदित्य ङ्क्षसह द्वारा तैयार करवाई गई। जिसमें सामने आया कि बड़ी संख्या में ऐसी ग्राम पंचायत ही जिनके जिम्मेदारों द्वारा इस कार्य को पूरा करने में लापरवाही बरती गई। और टीन शेड बनाने का कार्य पूरा नहीं किया गया।
३३ हजार रूपए से अधिक का बनाना टीन शेड
जिला पंचायत से मिली जानकारी के अनुसार २०१७-१८ में संबंधित विभाग द्वारा ऐसे ग्राम पंचायतों को चिह्ंित किया गया था। जहां पर पशुओं के उपचार के लिए टीन शेड नहीं है। पशुओंं का उपचार छांव में हो इसके लिए टीन शेड बनाने के निर्देश संबंधित ग्राम पंचायतों केा दिए गए। एक टीन शेड की लागत करीब ३३ हजार ३८२ रुपए का बनना है। यह कार्य ग्राम पंचायत को करवना है।
१०० में से ३८ ग्राम पंचायतों के अधूरे
जिला पंचायत से मिली जानकारी के अनुसार १०० ग्राम पंचायतों में से ३८ ग्राम पंचायतों के अधूरे पशु शेड सामने आए थे। इनमें चार ग्राम पंचायत मंदसौर विकासखंड, आठ ग्राम पंचायतें मल्हारगढ़ विकासखंड, १२ ग्राम पंचायतें सीतामऊ विकासखंड, चार ग्राम पंचायत गरोठ विकासखंड और १० ग्राम पंचायतें भानपुरा विकासखंड की है। इन ग्राम पंचायतों में से १५ ग्राम पंचायतों के सचिवों के वेतन काटने के निर्देश भी दिए गए। बावजूद अभी तक २२ ग्राम पंचायतों में पशु टीन शेड अधूरे पड़े हुए है। अब इनकी आने वाले दिनों में प्रोगे्रस रिपोर्ट मंगवाई जाएगी। यदि फिर भी अधूरे रहे तो संबंधितों के खिलाफ आगे की कार्रवाई होगी।
पंचपरमेश्वर की भी ली जा रही जानकारी
जिला पंचायत के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पंचपरमेश्वर योजना के तहत ग्राम पंचायतों केा मिलने वाली राशि का कितना उपयोग किया गया है। उसको लेकर पूरी जानकारी एकत्र की जा रही है। उस राशि का उपयोग कहां कहां पर किया गया। इसको लेकर भी पूरी जानकारी ली जा रही है। इसके अलावा भी अन्य मदों में कहां कितना निर्माण किया हुआ है। वह भी जानकारी ली जा रही है।
इनका कहना…
१५ सचिवों के १५ दिवस का वेतन काटा गया है। पशु टीन शेड को लेकर अभी भी कुछ जगह कार्य अपूर्ण है। वह जल्द से जल्द करवाने के निर्देश दिए गए है।
आदित्य सिंह, जिला पंचायत सीईओ।
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