यह हैपूरा मामला
२३ अप्रेल की रात में करीब २.३० बजे गर्भवती महिला मेराजबी को परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए थे। जहां से उसे मंदसौर जिला चिकित्सालय के लिए रेफर किया गया। लेकिन रेफर करने के दौरान ही हंगामा खड़ा हो गया। महिला के परिजनों का कहना था कि डॉक्टर अस्पताल में देखने भी नहीं पहुंची और डॉक्टर के फर्जी तरीके से हस्ताक्षर करते हुए वहां ड्युटी पर मौजूद स्टॉफ नर्स ने ही रेफर पर्चा बनाते हुए रेफर डॉक्टर के साईन से कर दिया।
नर्स ने करीब ३.१५ बजे रेफर करने का पर्चाबनाया।इसके बाद परिजनों ने आक्रोश जताया और हंगामा किया तो डॉ शोभा मोरे पहुंची और सुबह की ४.१० बजे महिला को रेफर पर्चा बनाते हुए जिला चिकित्सालय के लिए रेफर किया। बताया गया कि अस्पताल पर लापरवाही को लेकर सवाल तो तब उठे जब शामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रेफर प्रसूता का जिला अस्पताल में नार्मल प्रसव हो गया। यह पूरा मामला सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें नर्स के हस्ताक्षर का रेफर पर्चा और बाद में डॉक्टर के हस्ताक्षर वाला रेफर पर्चा भी खूब वायरल हुआ।
मेरे संज्ञान में नहीं है
मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। जानकारी ले रहा हूं।जांच के बाद कार्रवाईकरेंगे।-डॉ. महेश मालवीय, सीएमएचओ