कचरे का धुआं ग्रामीणों के लिए बन गया मुसीबत
नपा ने ट्रेचिंग ग्राउंड शहर से दूर नीमच हाईवे क्षेत्रमें सिंदपन के समीप बना रखा है। जहां पर हर दिन शहर जो कचरे उगलता है। वह भेजा जाता है, लेकिन इस कचरे में लगाईजाने वाले आग और फिर कचरे से निकलने वाले धुएं के कारण जो जहरीला धुआं निकलता है। वह ग्रामीणों के लिए मुसीबत बना हुआ है। जहरीले धुएं के कारण ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर हानिकारण प्रभाव पड़ रहा है। शनिवार को हुआ भी यहीं की अपने घर जाने के लिए परिजनों का इंतजार कर रही दो युवतियां इस जहरीले धुएं की जद में आकर बेहोश हो गई।
यह हैपूरा घटनाक्रम
सिंदपन गांव की पूजा मालवीय और रिंकूबाला मालवीय दोनों बहने मंदसौर में पढ़ाई कर रही है। पूजा बीएड तो रिंकू १२ वीं में है। ऐसे में वह प्रतिदिन बस से मंदसौर आती-जाती है। नीमच फोरलेन रोड पर सिंदपन फंटे तक उनके परिजन उन्हें छोडऩे और लेने आते है। शनिवार को भी जब वह बस से उतरकर यहां परिजनों को इंतजार कर रही थी। इसी दौरान ट्रेसिंग ग्राउंड के इस जहरीले धुएं की जद में आने से वह बेसुध हो गई और दोनों एक साथ अचेत होकर सडक़ पर गिर गई। इसी दौरान वहां से गुजर रहे शिवराजसिंह राणा और धीरज खिंची ने देखा तो उन्होंने इन युवतियों को अपने वाहन से मंदसौर जिला अस्पताल भिजवाया। और परिजनों को भी खबर भेजी। सूचना पर परिजन जिला अस्पताल पहुंचे। दोनों को उपचार के बाद यहां भर्ती किया गया।
जानलेवा होता है जहरीला धुआं
धुआं कैसा भी हो। मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। कचरे और प्लास्टिक से निकलने वाले धुएं के कारण कार्बन मोनोऑक्साईड से लेकर कार्बन डाई ऑक्साईड से लेकर अन्य केमिकल होने के कारण खतरनाक गैस होती है। जो इस धुएं को और भी हानिकारकर बना देती है। धुएं के कारण ऑक्सीजन की मात्रा कम होने के कारण बेहोशी की स्थिति बनती है। इसके अलावा जहरीले धुएं के संपर्कमें अधिक समय तक रहने के दौरान यह धुआं जानलेवा भी हो सकता है। -डॉ. अधीर मिश्र, सिविल सर्जन
आग लगने के कारण का लगाया जाएगा पता
ट्रेचिंग ग्राउंड के कचरे में लगने वाली आग के कारणों का पता लगाया जाएगा। फोन पर ट्रेचिंग ग्राउंड के कचरे से युवतियों के बेहोश होने की सूचना मिली। यदि किसी ने जानबुझकर कचरे में आग लगाई होगी तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।-आरपी मिश्रा, सीएमओ