बेशर्म गोताखोर को सेल्फी लेने में मशगूल थे। जैसे सेल्फी विथ डेड बॉडी के नाम से कोई प्रतियोगिता चल रही थी। नाव पर लड़की की लाश को बेतरतीब तरीके से रखे इन गोताखोरों की मानवीय सवंदेना जैसे मर गई थी। इन्हें ऊपर में रोते-बिलखते परिजनों की कतई परवाह नहीं थे। इनके लिए तो सेल्फी जरूरी था। तभी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते सेल्फी विथ डेड बॉडी है कि नहीं।
प्रशासन की हो रही किरकिरी
गोताखोरों की बेशर्मी कैमरे में कैद हो गई। लोग पूछ रहे हैं कि क्या इनकी संवेदनाएं मर गई थीं। जो एक शव के साथ सेल्फी ले रहे थे। वो भी तब जब लड़की के परिवार वालों के चीत्कार के वह एरिया गूंजायमन था। ऐसे में लोग पूछ रहे हैं कि क्या प्रशासन इन लोगों पर कार्रवाई करेगी।
गोताखोरों की बेशर्मी कैमरे में कैद हो गई। लोग पूछ रहे हैं कि क्या इनकी संवेदनाएं मर गई थीं। जो एक शव के साथ सेल्फी ले रहे थे। वो भी तब जब लड़की के परिवार वालों के चीत्कार के वह एरिया गूंजायमन था। ऐसे में लोग पूछ रहे हैं कि क्या प्रशासन इन लोगों पर कार्रवाई करेगी।
ये है मामला
दरअसल, सुवासरा थाना क्षेत्र की बसई नदी पर बनी पुल पर एक स्कूटी सवार लड़की आती है। मंदसौर शहर की संजीत रोड निवासी लड़की स्कूटी को पुल पर ही खड़ी कर नदी में छलांग लगा देती है। वह बीएससी सेकंट ईयर की छात्रा है। उसका नाम कल्पना कैलाशचंद गुप्ता है। आसपास के लोगों ने इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दी। बताया जा रहा है कि लड़की किसी वजर से परेशान थी।
पुलिस को सूचना दी
लड़की को नदी में छलांग लगाने के बाद वहां मौजूद लोगों ने पुलिस को तुरंत इसकी जानकारी दी। पुलिस वहां पहुंच स्थानीय गोताखोरों की मदद से लड़की की तलाश शुरू की। गोताखोरों की कड़ी मेहनत के बाद लड़की को नदी से निकाला गया। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। नदी से शव निकालकर पोस्टमॉर्टम करवाया गया और फिर परिजनों को सौंप दिया गया।
लड़की को नदी में छलांग लगाने के बाद वहां मौजूद लोगों ने पुलिस को तुरंत इसकी जानकारी दी। पुलिस वहां पहुंच स्थानीय गोताखोरों की मदद से लड़की की तलाश शुरू की। गोताखोरों की कड़ी मेहनत के बाद लड़की को नदी से निकाला गया। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। नदी से शव निकालकर पोस्टमॉर्टम करवाया गया और फिर परिजनों को सौंप दिया गया।