अच्छे परिवार में शादी और महंगे आभूषण का लालच देकर हुई मानव तस्करी का सौदा डेढ़ लाख से लेकर 90 हजार में किया गया। महिला और बालिका बलात्कार का शिकार भी हुई। आखिरकार लापता केस की छानबीन के बाद पुलिस ने मानव तस्करी के गिरोह को धर लिया।
पुलिस अधीक्षक मंदसौर अनुराग सुजानिया ने बुधवार को कंट्रोल रूम पर मानव तस्करी का खुलासा करते हुए बताया कि अफजलपुर पुलिस ने मानव तस्करी एवं खरीद फरोख्त करने वाले संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है। मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है और बालिका, एक महिला और दो बच्चों को छुडाया है।
पुलिस ने बताया कि एक व्यक्ति ने 7 अप्रेल को रिपोर्ट की थी कि उसकी नाबालिक छोटी बहन को अज्ञात व्यक्ति बहला फुसलाकर ले गया है। जिस पर मामला दर्ज किया गया व जांच के बाद अपहरण की गई बालिका और एक अन्य महिला व बच्चों को तलाश लिया।

दोनों ने बताया कि 7 अप्रेल को उसकी पड़ोसी सुमनबाई पति किशोरनाथ व सुमन की ननद ने उसे और उसके बड़े पापा की लड़की को बहला फुसलाकर कहा कि सुमन की मां शैतान बाई पति गोरखनाथ निवासी ग्राम चौकी थाना रिंगनोद की जान पहचान ऐसे लोगों से हैं जो तुम्हे शादी कर अच्छे से रखेगें तथा सोने के हार कंगन पहनाएंगे। यह काम शैतानबाई और उसका लड़का कैलाशनाथ मिलकर करते हैं।
पुलिस ने इस मामले में मामले में मानव तस्करी करने वाली युवती, दो महिलाओं सहित दस लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस ने सुमनबाई, शैतानबाई, कैलाशनाथ, राहुल, कृपालसिंह, विक्रमसिंह, गणपत भेरूलाल सहित दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, कुछ आरोपी अभी फरार है।