scriptहजारों की सैलरी और पुलिस की नौकरी, 111 ग्राम सोने के लिए तीनों वर्दीवाले बन गए ‘लुटेरे’! | Mandsaur police: Three constables robbed gold from merchant | Patrika News

हजारों की सैलरी और पुलिस की नौकरी, 111 ग्राम सोने के लिए तीनों वर्दीवाले बन गए ‘लुटेरे’!

locationमंदसौरPublished: Dec 01, 2019 07:00:08 pm

Submitted by:

Muneshwar Kumar

सीसीटीवी वीडियो में दिखे दो आरक्षक

8999.jpg
मंदसौर/ हजारों की सैलरी, रौब झाड़ने के लिए पुलिस की वर्दी। अगर किसी के पास ये दोनों चीजें हैं तो उसके पास आर्थिक तंगी जैसी तो कोई बात नहीं ही होगी न। लेकिन लालच ऐसी चीज है कि तीन पुलिसवालों को लुटेरा बना दिया। उस वक्त तो समझा जा रहा था कि पुलिस की वर्दी में अपराधियों ने इस वारदात को अंजाम दिए होंगे। लेकिन सीसीटीवी वीडियो सामने आने के बाद पता चला कि ये असली पुलिसवाले हैं।
ऐसा मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में हुआ है। जहां 111 ग्राम सोने के लिए तीनों वर्दीवाले लुटेरे बन गए थे। दरअसल, शहर में रतलाम के सर्राफा कारोबारी उमराम मुणत के साथ हुई 111 ग्राम सोने की लूट में पुलिसकर्मियों की ही भूमिका सामने आई है। जांच के बाद तीन आरक्षकों को हिरासत में लिया गया है। एसपी ने मामले में तीनों आरक्षकों और एक एसआई को निलंबित कर दिया है।
ऐसे हुआ खुलासा
जांच के दौरान पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में दो आरक्षक दिखे हैं। मामले में शामिल तीन आरक्षकों को पुलिस ने कोतवाली थाने में हिरासत में ले रखा है, जहां पूछताछ जारी है। अभी एफआईआर अज्ञात के नाम ही है, लेकिन आरक्षकों से पूछताछ में घटनाक्रम में उनकी भूमिका सामने आई है। लूट के मामले में पुलिसकर्मियों के नाम सामने आने के बाद एसपी ने सब इंस्पेक्टर गोपाल गुणावद के साथ आरक्षक युवराज सिंह, धर्मेंद्र सिंह और गौरव सिंह को सस्पेंड कर दिया है।

कार में ले गए थे व्यापारी को बैठाकर
आरोपी पुलिसवाले मंदसौर से कार में बैठाकर व्यापारी को ले गए थे और दलोदा के निकट आरक्षकों ने व्यापारी से सोना छीना था। हालांकि अभी भी नामजद एफआईआर नहीं हुई है। सीएसपी नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि फुटेज में दो आरक्षक दिखे हैं, मामले में आरक्षकों से पूछताछ की गई है, उन्होंने घटनाक्रम बताया है। अभी एफआईआर अज्ञात के खिलाफ है। जांच चल रही है।
ये है मामला
दरअसल, रतलाम निवासी सर्राफा व्यापारी उमराव सिंह मूणत ने एसपी हितेश चौधरी को आवेदन दिया था। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा। आवेदन में बताया गुरुवार को रेलवे स्टेशन के बाहर भाटी भजिए वाले के पास से दो पुलिस वर्दी पहने युवक बाइक से आए और उसे बाइक पर बिठाकर ले गए। दोनों युवक पुलिस पेट्रोल पंप के पास ले गए। जहां उसे कार में बैठा दिया और वह दोनों युवक भी कार में बैठ गए। उसे बोला कि हम इनकम टैक्स ऑफिसर हैं और रामटेकरी कार्यालय चलना है। लेकिन तीनों उसे राम टेकरी नहीं ले जाकर सीधे दलोदा की ओर ले गए। जहां उसके पास से सोना लेकर दो पुलिस की वर्दी पहने युवकों ने ले लिया और दलोदा में उतर गए, उसके एक युवक गाड़ी से माननेखेड़ा की ओर ले गया। टोल से पहले आरोपी ने मोबाइल से सिम निकालकर बाहर फेंक दी और उसको उतार दिया।
सीसीटीवी में दो दिखे
पुलिस को सीसीटीवी वीडियो में दो आरक्षक दिखे हैं। कोतवाली थाने में पदस्थ युवराज सिंह और धर्मेंद्र सिंह गुर्जर फुटेज में दिखे हैं। पूछताछ में पुलिस को धर्मेंद्र ने यह बताया है कि एसआई गोपाल गुणावद ने संदिग्ध व्यक्ति होने के कारण लाने की कहा था। इन्होंने घटनाक्रम भी बताया है। तीसरा नाम गौरव सिंह का भी आया है। जो लाइन में पदस्थ है। ये लोग व्यापारी को बिना नंबर के कार से ले गए थे।
चार को किया सस्पेंड
मंदसौर एसपी हितेश चौधरी ने कहा कि मामले में सब इंस्पेक्टर गोपाल गुणावद के साथ आरक्षक गौरव सिंह, धर्मेंद्र सिंह गुर्जर और युवराज सिंह को सस्पेंड किया है। मामले की जांच की जा रही है। अभी एफआईआर अज्ञात के खिलाफ की गई है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो