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भाई साहब! अब तक जमा नहीं हुए नोट

locationमंदसौरPublished: Nov 15, 2016 09:50:00 am

Submitted by:

rajendra denok

गांवों में न एटीएम, न बैंक, आखिर कहां जमा करवाएं पैसे, दिनभर रहते हैं लाइन में, शाम लौटना पड़ता है बैरंग

भाई साहब! अभी तक हमारे 500 व 1000 के नोट जमा नहीं हुए हैं।सुबह लाइन में खड़े रहते हैं तो शाम होने तक भी नम्बर नहीं आ रहा है।पूरे दिन भूखे-प्यासे लाइन में खड़े रहकर फिर शाम को निराश लौटना पड़ रहा है। न तो घर का काम हो रहा है और न ही पैसा जमा हो रहे हैं। यह दर्द भरी व्यथा जिला मुख्यालय के समीप वेरा विलपुर के ग्रामीणों की है। उनका कहना है कि गांव में न तो एटीएम हैं और न कोई बैंक, ऐसे में पैसा जमा करवाने के लिए या तो जिला मुख्यालय आना पड़ता है या फिर पालड़ी एम जाना होता है। वहां भी भीड़ ज्यादा होने के कारण पूरे दिन लाइन में खड़े रहकर शाम को घर लौट जाते हैं। जिला मुख्यालय व पालड़ी एम सुबह जल्दी जाने पर भी नम्बर नहीं आ रहा है। हालांकि कुछ ग्रामीणों ने बताया कि हमारे तो बड़े नोट बैंक में जमा करवाए गए हैं लेकिन अधिकांश ग्रामीणों के अभी तक बड़े नोट जमा नहीं हुए हैं। ग्रामीणों को नोट बंद होने की जानकारी तो मिल गई थी। अन्दरुनी गांवों में जरूर एक दिन बाद सूचना आई।

चार हजार की आबादी
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में करीब चार हजार लोग निवास करते हैं। इसमें मूंगीया, रेबारी, राजपूत, भील जाति के लोग हैं। गांव में थोड़ा अंदर की तरफ होने के कारण सिरोही व पालड़ी एम जाने के लिए फोरलेन तक पैदल आना पड़ता है। ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री के इस फरमान की सराहना की।

हर कोई छुट्टे के जुगाड़ में
यूं तो वेरा विलपुर गांव मावा बनाने में अलग की पहचान बनाए है लेकिन वर्तमान हालत ये हैं कि इन ग्रामीणों के पास दूध खरीदने तक के पैसे नहीं हैं। छुट्टे के जुगाड़ में हर कोई इधर से उधर भाग रहा है। सुबह शाम सब्जी खरीदने तक के पैसे नहीं मिल रहे। कम साक्षर होने के कारण अधिकतर को पैसा जमा करवाने में परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने बताया कि बड़े नोट बंद हुए हैं, यह तो मालूम है लेकिन पैसा कहां जमा करवाना और कितना बदलकर दे रहे हैं, यह तो अभी मालूम पड़ा है।

कोई नहीं देता छुट्टे ….
बैंक में भीड़ ज्यादा होने के कारण अभी तक पैसे जमा नहीं करवाए हैं। एक-दो बार बैंक गए थे लेकिन पूरे दिन लाइन में खड़ा होने पर भी नम्बर नहीं आया। ऐसे में अब पैसे बाद में ही जमा करवाएंगे। -कसनाराम मूंगीया ग्रामीण

बड़े नोट जमा करवा दिए। प्रधानमंत्री ने बहुत अच्छा किया है। गरीब व अमीर को समान कर दिया। अब सभी के घरों से पैसे निकलेंगे। – नाथाराम देवासी, ग्रामीण

पालड़ी एम स्थित बैंक में भीड़ ज्यादा होने के कारण सिरोही के बैंक में जाकर पैसे जमा करवा रहे हैं। हमारे पास 500 व 1000 के नोट हैं लेकिन कोई लेने को तैयार नहीं है। ऐसे में परेशानी हो रही है। – रामलाल ग्रामीण

 छुट्टे पैसे के जुगाड़ में इधर से उधर भटकना पड़ रहा है। कोई नहीं दे रहा है।किराणे की दुकान में सामान खरीदने जाते हैं तो पांच सौ व एक हजार के नोट भी नहीं ले रहे हैं। – राजू राठौड़, ग्रामीण

दो दिन पहले ही बीस हजार रुपए जमा करवाने बैंक गया था लेकिन भीड़ ज्यादा होने के कारण जमा नहीं हुए। – खेताराम देवासी, ग्रामीण
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