अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुंदर सिंह कनेश ने कहा कि दोनों आरोपी इरफान और आसिफ मेवाती (24) साल निवासी मदारपुरा ने उस दिन पहले शराब पी। और बाइक से निकल गए। दोनों ने स्कूल में बालिका को अकेले खड़ा देख। उसका अपहरण कर जंगल में ले जाने की योजना बनाई। इसके बाद इरफान बालिका के पास गया और उसे मिठाई का लालच दिया। जिसके बाद बालिका उसके साथ गई। योजनानुसार इरफान और बालिका के पीछे धीरे-धीरे रुकता हुए बाइक से आसिफ पीछे चल रहा था। ताकि यदि कोई खतरा हो तो इरफान को तत्काल बता दें।
जंगल में ले जाकर किया सामूहिक दुष्कर्म
उन्होंने बताया कि इरफान सडक़ से करीब १०० मीटर अंदर उसे जंगल में ले गया। और कुछ दूरी पर आसिफ ने बाइक खड़ी कर वह भी इरफान के पास पहुंच गया। उसके बाद दोनों बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। और फिर इरफान ने चाकू से बालिका का गला रेंता। जब बालिका अचेत अवस्था में चली गई तो दोनों उसे मृत समझकर वहां से बाइक लेकर फरार हो गए। जानकारी के अनुसार दोनों ने फिर उसके बाद शराब पी। और देररात घर गए।
200 लोगों से की पूछताछ
कोतवाली थानाप्रभारी जितेंद्र ङ्क्षसह यादव ने कहा कि बालिका के मिल जाने के बाद करीब 200 लोगों से पूछताछ की गई है। इसमें पुराने अपराधियों से लेकर आरोपियों के परिचित शामिल है। उन्होंने बताया कि आसिफ का कोई अपराधिक मामला थाने में दर्ज नहीं है। और मजदूरी (छत भरने का)करता है। दोनों पहले से ही दोस्त है। वहीं पुलिस को पूछताछ में एक आरोपी ने बताया कि मौके पर भी दो बीयर दोनोंं ने पी। और पुलिस को मौके से बीयर की बॉटल भी बरामद हुई थी।
कोतवाली थानाप्रभारी जितेंद्र ङ्क्षसह यादव ने कहा कि बालिका के मिल जाने के बाद करीब 200 लोगों से पूछताछ की गई है। इसमें पुराने अपराधियों से लेकर आरोपियों के परिचित शामिल है। उन्होंने बताया कि आसिफ का कोई अपराधिक मामला थाने में दर्ज नहीं है। और मजदूरी (छत भरने का)करता है। दोनों पहले से ही दोस्त है। वहीं पुलिस को पूछताछ में एक आरोपी ने बताया कि मौके पर भी दो बीयर दोनोंं ने पी। और पुलिस को मौके से बीयर की बॉटल भी बरामद हुई थी।
दरिंदगी करने वालों को फ ाँसी दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी
मुुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मासूम स्कूली छात्रा के साथ दुष्कर्म की घटना की घोर निन्दा करते हुए कहा है कि राज्य सरकार अपराधी को सख्त से सख्त सजा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। मासूमों के साथ दुष्कर्म करने वाले दरिन्दे धरती पर बोझ है। इन्हें जिंदा रहने का हक नहीं है। इन दरिंदों को फ ाँसी की सजा दिलाने में राज्य सरकार कोई कोताही नहीं बरतेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुष्कर्म से प्रभावित बालिका को सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा दिलवाई जाएगी।