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अरबन डेवलमेंट कंपनी और एशियन बैंक के बीच झूल रहा सीवरेज प्रोजेक्ट

locationमंदसौरPublished: May 12, 2019 12:25:24 pm

Submitted by:

Nilesh Trivedi

अरबन डेवलमेंट कंपनी और एशियन बैंक के बीच झूल रहा सीवरेज प्रोजेक्ट

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अरबन डेवलमेंट कंपनी और एशियन बैंक के बीच झूल रहा सीवरेज प्रोजेक्ट

मंदसौर.
मंदसौर को भले ही सीवरेज प्रोजेक्ट का इंतजार है, लेकिन २५० करोड़ का यह प्रोजेक्ट भी काम करने वाली अरबन डेवलमेंट कंपनी और पैसा देने वाले एशियन बैंक के बीच ही झुल रहा है। मौखिक हां पर यूडीसी ने पहले टैंडर निकाल दिए थे। मंजूरी नहीं मिली तो मामला अधर में लटक गया। अब यूडीसी से मंदसौर के इस सीवरेज प्रोजेक्ट की मंजूरी के लिए फिर से एशियन बैंक के पास गई है। वहां से अपु्रवल व राशि की मंजूरी मिलने के बाद डीपीआर फायनल होगी और फिर टेंंडर निकलने के बाद आगे की प्रक्रिया होगी। हालांकि नपा को इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी नहीं है। सीवरेज पर पूरा काम यूडीसी से ही हो रहा है।

२५० करोड़ का है मंदसौर का सीवरेज प्रोजेक्ट
मंदसौर शहर में सीवरेज प्रोजेक्ट करीब २५० करोड़ में पूरा होना है। इस प्रोजेक्ट के लिए एशियन वल्र्ड बैंक से लोन मिलना है और काम अरबन डेवलमेंट कंपनी (यूडीसी) को करना है। इसमें १७५ किमी से अधिक की अंडरग्राउंड सीवरेज लाईन बिछेगी और शिवना के समीप नदी में मिल रहे गंदे पानी को रोका जाएगा और नदी के समीप क्षेत्रों में
ट्रीटमेंट प्लांट के जरीए पानी को शुद्ध किया जाएगा।
यूडीसी व एशियन बैंक में झुल रहा मंदसौर का सिवरेज प्रोजेक्ट
जानकारी के अनुसार तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की घोषणा के बाद मंदसौर का सीवरेज प्रोजेक्ट तैयार है। इसके लिए एश्यिान बैंक (वल्र्ड बैंक) द्वारा राशि मिलना थी।बल्र्ड बैंक का काम देखने वाले यूडीसी (अरबन डेवलमेंट कंपनी) ने सीवरेज प्रोजेक्ट को रखा था भारत में एशियन बैंक का प्रतिनिधित्व करने वाली जापान की महिला अधिकारी ने कहा था कि यह जरुरी है इसलिएमंजूरी मिल जाएगी। मौखिक कहने से यूडीसी ने पहले टैंडर निकालते दिए थे। और अब हाथ रोक लिए। इसकी डीपीआर भी बन गई थी। डीपीआर में कई बार संशोधन भी हुए। जब टैंडर खुलने की बारी आईतो पता चला की अब राशि फायनेंस के लिए वल्र्ड बैंक ने मंजूरी नहीं दी।
वहां से प्रोजेक्ट की मंजूरी नहीं मिली। इसके बाद यह मामला अधर में चला गया। अब इस पर पूरी डीपीआर बनने के बाद मंजूरी की प्रक्रिया चल रही है। अब यूडीसी ने एशियन बैंक को प्रोजेक्ट अप्रुल व मंजूरी के लिए भेज रखा है। वहां से मंजूरी मिलने के बाद राशि फायनेंस होने के बाद यूडीसी को सिवरेज प्रोजेक्ट पर काम करना है।अभी मंदसौर सिवरेज प्रोजेक्ट का मामला यूडीसी व वल्र्ड बैंक के बीच झुल रहा है।
शिवना के १२ करोड़ के प्रोजेक्ट पर काले बादल
३० मई-२०१८ को तत्तकालीन सीएम शिवराजसिंह चौहान ने सभा के दौरान शिवना सौंदर्यीकरण के १२ करोड़ के प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। इसके बाद इस पर बात आगे भी बढ़ी थी, लेकिन अब सिवरेज प्रोजेक्ट के कारण शिवना के प्रोजेक्ट पर काले बादल छाने लगे है। नपा के शिवना प्रोजेक्ट पर यह सवाल आए है कि जब सिवरेज प्रोजेक्ट हो जाएगा तो शिवना में गंदा पानी मिलेगा ही नहीं तो फिर शिवना के अलग से प्रोजेक्ट की जरुरत क्या है। इसी कारण शिवना का प्रोजेक्ट वर्तमान में ठंडे बस्ते में चला गया है।
यूडीसी को करना है प्रोजेक्ट पर काम
सिवरेज प्रोजेक्ट पर यूडीसी को काम करना है। नपा को इसके बारें में जानकारी नहीं है। मंदसौर का सीवरेज प्रोजेक्ट का मामला यूडीसी स्तर पर चल रहा है। -आरपी मिश्रा, सीएमओ
चुनाव के कारण अटकी प्रक्रिया
मंदसौर शहर में सीवरेज की योजना है। इसमें पूरे शहर में अंडरग्राउंड सीवरेज लाईन डाली जाना है। पहले टैंडर लगे थे। इस मामले को वल्र्ड बैंक के पास अप्रुल के लिए भेजा है। चुनाव के कारण अभी प्रक्रिया अटकी हुई है। चुनाव के बाद ही इसमें आगे की प्रक्रिया होगी। -श्रीकांत पटवा, अधीक्षण यंत्री, यूडीसी

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