scriptआशा-ऊषा सहयोगी के धरने को तीसरे दिन विधायक ने दिया समर्थन, गांधी चौराहें पर महिलाओं के साथ दिया धरना | MLA supports Asha-Usha ally's dharna on 3rd day, picket with women at | Patrika News

आशा-ऊषा सहयोगी के धरने को तीसरे दिन विधायक ने दिया समर्थन, गांधी चौराहें पर महिलाओं के साथ दिया धरना

locationमंदसौरPublished: Feb 20, 2020 09:34:32 pm

Submitted by:

Nilesh Trivedi

आशा-ऊषा सहयोगी के धरने को तीसरे दिन विधायक ने दिया समर्थन, गांधी चौराहें पर महिलाओं के साथ दिया धरना

आशा-ऊषा सहयोगी के धरने को तीसरे दिन विधायक ने दिया समर्थन, गांधी चौराहें पर महिलाओं के साथ दिया धरना

आशा-ऊषा सहयोगी के धरने को तीसरे दिन विधायक ने दिया समर्थन, गांधी चौराहें पर महिलाओं के साथ दिया धरना

मंदसौर.
आशा ऊषा सहयोगी संगठन की महिलाओं का तीन दिवसीय धरना बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। बुधवार को धरने को भाजपा के विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने पहुंचकर समर्थन देते हुए महिलाओं के साथ गांधी चौराहें पर धरना दिया। उनके साथ भाजपा के अन्य नेता भी थे।
महिला कार्यकर्ता प्रदेश शासन से उनकी लंबित मांगों को पूरा करने के साथ ही चुनाव से पहले दिए गए वचनों को पूरा करने की मांग को लेकर धरना दे रही थी। तीन दिवसीय धरना बुधवार को समाप्त हुआ। लेकिन महिला कार्यकर्ताओं का कहना है कि अब २७ फरवरी को भोपाल में होने वाले राज्य स्तरीय प्रदर्शन में भाग लेंगे और वहांभी मांगे नहीं मानी गई तो पूरा संगठन दिल्ली जाकर वहां धरना प्रदर्शन करेगा। तीसरे दिन प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने गांधी चौराहें पर पहुंचकर मानव श्रृंखला बनाकर मांगों को लेकर सरकार के प्रति एकजुटता दिखाई और मांगे पूरी करने की मांग की। यहां प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी भी की गई। इस दौरान संगठन की माधुरी सोलंकी से लेकर अन्य कई महिलाएं यहां मौजूद थे।

विधायक बोले मांग मानना चाहिए तो महिलाएं बोले हम तो २०१७ से लड़ रहे
तीन दिनों से चल रहे धरना प्रदर्शन के दौरान दोपहर में जब विधायक सिसौदिया नपा उपाध्यक्ष सुनील जैन के साथ ही उत्तर मंडल अध्यक्ष अरविंद सारस्वत, दक्षिण मंडल अध्यक्ष अजय आसेरी, पूर्व मंडल अध्यक्ष नरेश चंदवानी को लेकर पहुंचे और गांधी चौराहेें पर धरने को समर्थन देते हुए वह भी धरने पर बैठे। इस दौरान जब विधायक ने महिला कार्यकर्ताओं की मांग को सरकार को मानने और वचन पत्र में किए वादों को पूरा करने की बात कही तो संगठन की महिला पदाधिकारियों ने कहा कि हम तीन दिन से धरने पर बैठे है कोई पूछने तक नहीं आया है। इस पर विधायक ने कहा कि मैं बाहर था।
इसके बाद महिलाओं ने कहा कि यह लड़ाई आज से नहीं वर्ष २०१७ से वह लड़ रहे है। इस तरह सवाल-जवाब के बीच विधायक ने महिला कार्यकर्ताओं को उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।

डाट्स का सर्वे नहीं से इंकार
स्वास्थ्य विभाग द्वारा वर्तमान में टीबी डाट्स को लेकर सर्वे कराया जा रहा है। इसमें आशा ऊषा की ड्युटी लगाई गई है। इसमें सुबह १० बजे से दोपहर ३ बजे तक सर्वे के बाद रिपोर्ट देना है। इसका भी कोई मानदेय नहीं है। निशुल्क ही यह सर्वे कराया जा रहा है। इसी कारण महिला कार्यकर्ता इस सर्वे को करने से इंकार कर रही है। इसी कारण सभी महिलाओं ने आवेदन बनाया है। सीएचएचओ के नहीं होने के कारण बुधवार को नहीं दिया। गुरुवार को सीएचएचओ को यह आवेदन देकर यह सर्वे नहीं करने की मांग उनके सामने रखी जाएगी। और यदि सर्वे करेंगे तो इसके लिए मानदेय देने की मांग करेंगे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो