राज्यमंत्री दर्जा व करवाई आलानेताओं से बात
कांग्रेस के बागी उम्मीदवार तुफान ङ्क्षसह सिसौदिया के पास कई नेताओं के फोन गए। और पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने भी उनसे मुलाकात की, लेकिन नहीं माने। कांग्रेस के आलानेताओं ने सिसौदिया के रिश्तेदारों से भी उनके पास फोन लगवाएं। उनको सरकार बनने पर राज्यमंत्री का दर्जा देेने की बात भी कही गई। लेकिन वे नहीं माने। सिसौदिया ने कहा कि राज्यमंत्री दर्जा देने की बात भी मेरे पास आई थी। लेकिन मैंने मना कर दिया। वहीं भाजपा के बागी अमरलाल मीणा के पास भी जिला पदाधिकारी के द्वारा फोन कर जिला महामंत्री बनाने की बात कही। लेकिन उन्होंने मना कर दिया। और चुनावी मैदान में रहने की बात कही। मीणा ने कहा कि मुझे जिला महामंत्री पद के लिए बोला, मैंने मना कर दिया। मैंने फार्म वापस नहीं लिया। वहीं सुवासरा से कांग्रेस के बागी निर्दलीय उम्मीदवार ओमङ्क्षसह भाटी के पास कांग्रेस प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया का फोन गया था। लेकिन वे नहीं माने। भाटी ने कहा कि मुझे सरकार बनने के बाद पद नहीं चाहिए। जो वादा पांच साल पहले किया था वह निभाओ।
इन बागियों ने नाम लिए वापस
गरोठ सीट पर कांग्रेस बागी त्रिलोक पाटीदार से प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने बात की। उसके बाद उन्होंने फार्म उठाया। उन्होंने पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन और कांगे्रस जिलाध्यक्ष प्रकाश रातडिय़ा की उपस्थिति में फार्म उठाया। वहीं कांग्रेस के बागी दिलीप तिल्लानी से गत दिवस संभाग प्रभारी संजय कपूर ने बता की थी। जिसके बाद उन्होंने फार्म वापस लिया और दिनेश सोनी ने भी नामाकंन वापस लिया।