मंदसौर.बोर्ड परीक्षाओं से पहले शिक्षा विभाग में एक और नवाचार होने जा रहा है। ऐसा पहली बार होगा जब प्री-बोर्ड परीक्षा के अगले दिन विषय (सब्जेक्ट) और कॅरियर चुनने से संबंधित एक पेपर भी होगा। लोक शिक्षण संचालनालय ने यह रणनीति बना ली है। ये पहल कक्षा १०वीं के विद्यार्थियों के लिए की जा रही है। इसका मकसद ११वीं के लिए विद्यार्थी की रूचि पता करना है। साथ ही एक ओवरऑल टेस्ट के जरिए शैक्षणिक समझ के बारे में भी पता चल सके। प्री-बोर्ड परीक्षाएं १ फरवरी से प्रारंभ होगी।
सामान्य व दिव्यांग के लिए अलग टाइम टेबलउल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग इस साल कई परिवर्तन कर रहा है। इसमें ९वी- ११वीं की परीक्षाएं फरवरी में कराए जाने से लेकर बेस्ट फाइव पद्धति सहित अन्य शामिल हैं। विद्यार्थियों सहित शिक्षकों के लिए ये साल परिवर्तन का है। बोर्ड परीक्षाओं में भी सामान्य व दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए अलग टाइम टेबल घोषित किया गया है। सब्जेक्ट व कॅरियर चुनाव से जुड़े इस पेपर का पैटर्न भी उसी हिसाब से तय किया गया है कि जब इसका मूल्यांकन हो तो विद्यार्थी की विषय से जुड़ी पसंद व उसकी शैक्षणिक योग्यता का आंकलन आसानी से हो सके।
अब तक काउंसलिंग का सहारा
१०वीं के बाद विषय चयन के मामले में कई विद्यार्थी एक-दूसरे को कॉपी कर लेते हैं या फिर अभिभावक भी इसी दिशा में बच्चों को आगे बढ़ा देते हैं कि दोस्तों ने जो विषय चुना है, उसी में पढ़ाई कर आगे बढ़ो। १०वीं के बाद छात्र जीवन का सबसे जरूरी पड़ाव आता है, जब उन्घ्हें ११वीं कक्षा के लिए विषय चुनना होता है। कॅरियर के लिए बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच सही विषय चुना जाना बहुत जरूरी है। ऐसा होने पर आगे की राह आसान हो जाती है।
टेस्ट से ऐसे करेंगे आंकलन
– गणित,
जीव विज्ञान , वाणिज्य, कला या एग्रीकल्चर में से किस विषय में विद्यार्थी की रूचि।
– मूल विषयों में से किसी एक के साथ क्या अतिरिक्त विषय भी लेने की क्षमता है या नहीं।
– १०वीं के बाद पढ़ाई के स्तर के लिए विद्यार्थी कितने फीसदी तैयार हैं या किन बिंदुओं पर कमियां हैं।
निर्देश मिले हैं…
प्री- बोर्ड परीक्षा के बाद एक पेपर विषय व कॅरियर चयन संबंधी भी होगा। १०वीं के बाद विद्यार्थियों की काउंसलिंग व उन्हें राह दिखाने के लिए ये पहल है। इस संबंध में वरिष्ठ स्तर से निर्देश मिले हैं।
– पृथ्वीराज परमार, प्राचार्य, उत्कृष्ट विद्यालय, मंदसौर