75 दिन में 6972 किमी की दूरी तय करेंगी यात्रा
आगामी 15 अगस्त से राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार कक्काजी के नेतृत्व में प्रदेश में अन्नदाता अधिकार यात्रा निकाली जा रही हैं। जो 75 दिनों में करीब 6972 किमी की दूरी तय कर 29 अक्टूबर को भोपाल पहुंचेगी। जहां सभा के साथ इस यात्रा का समापन होगा। १५ अगस्त को मंदसौर में सभा के साथ यात्रा की शुरुआत होगी। प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय के साथ विकासखंड स्तर से गुजरने वाली यात्रा में रात्रि विश्राम हर जगह कृषि उपज मंडी प्रांगण में ही होगा। यात्रा के दौरान ट्रैक्टर, लोडिंग वाहन, बैलगाड़ी के साथ ही हर जगह किसान अपने हिसाब से किसानों से जुड़े तमाम संसाधनों को लेकर इसमें शामिल होंगे। यात्रा में सभाओं के साथ चौपाल का आयोजन होगा। इसमें किसानों के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी। यात्रा में प्रदेशभर के किसानों के साथ महासंघ के राष्ट्रीय, प्रादेशिक के साथ जिला व स्थानीय स्तर के पदाधिकारी भी भाग लेगें। यात्रा का रुट व प्रदेशभर के लिए कार्यक्रम जारी होने के साथ यात्रा की तैयारियों का दौर भी शुरु हो चुका हैं। अन्य किसान संगठन भी इस महासंघ को अपना समर्थन देकर किसानों की मांग को मजबूत करेंगे। १५ अगस्त को मंदसौर से निकलकर यात्रा पिपल्यामंडी, नारायणगढ़, मल्हारगढ़ होती हुई नीमच जाएगी। जहां रात्रि विश्राम होगा।
यात्राओं और बड़े नेताओं के आने का क्रम जारी हैं
मुख्यमंत्री जिले की जनआशीर्वाद यात्रा मल्हारगढ़, पिपलिया व नारायगढ़ में भ्रमण कर चुकी हैं। कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के चेअरमेन ज्योतिरादित्य सिधिंया दो दिवसीय संसदीय क्षेत्र के दौर पर आज आ रहे हैं। राऊ विधायक जीतू पटवारी की भी जनजागरण यात्रा निकल रही हैं। सीएम शिवराजसिंह चौहान मंदसौर जिले में आंदोलन के बाद से कई बार दौरें कर चुके हैं। ६ जून को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की पिपलिया में सभा कर चुके हैं तो सिधिंया, पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्गविजयसिंह, नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह, शत्रुघ्नसिंह, यशवंत सिन्हा, प्रवीण तोगडिय़ा, मेधा पाटकर के साथ गुजरात के हार्दिक पटेल सहित दोनों दलों के बड़े नेता और संगठन के कई बड़े चेहरों के साथ विभिन्न किसान संगठनों से जुड़े पदाधिकारी व विभिन्न राज्यों के नेता भी यहां दौरें कर चुके हैं। जून में किसान आंदोलन के एक साल पूरे होने को लेकर मजदूर महासंघ ने ही गांव बंद महोत्सव का आह्वान किया था।
यह है प्रमुख मांगे
महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष कक्काजी ने बताया कि किसानों से जुड़ी मांगों को लेकर हम पहले ही ज्ञापन देकर सरकार को अवगत करा चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चुनावी कैंपेन के दौरान देशभर में अनेक जगह सभाओं में कहा था कि किसानें को लागत का डेढ़ गुना देंगे। स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करेंगे। बीजेपी के घोषणा पत्र में शामिल किसानों से जुड़ी डेढ़ गुना लागत देने की मांग अहम हैं। इसके साथ ही सब्जी-दुध और फल को समर्थन मूल्य के दायरें में लाने के साथ किसानों को संपूर्ण रुप से कर्ज मुक्त करने के साथ ही किसानों की आय को सुनिश्चित करने की चार मांगे अहम हैं। इसके अलावा प्रांतीय स्तर व स्थानीय स्तर की किसानों से जुड़ी समस्याएं भी हैं। इन्हीं को लेकर यह यात्रा निकाली जा रही हैं।