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24 हजार के खर्चे में बने इस वाहन की क्या है खासियत, पढि़ए पूरी खबर…

locationमंदसौरPublished: Aug 11, 2018 02:31:23 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

24 हजार के खर्चे में बने इस वाहन की क्या है खासियत, पढि़ए पूरी खबर…

patrika

24 हजार के खर्चे में बने इस वाहन की क्या है खासियत, पढि़ए पूरी खबर…

मन्दसौर/गरोठ.
गरोठ जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत बरखेड़ा गंगासा में ग्राम को स्वच्छ रखने की दिशा में कम खर्च में कार्य करवाने की दिशा में पहल की है। इसके लिए ग्राम पंचायत ने 24 हजार की लागत में पुरानी बाइक पर कचरा वाहन बनवाया है जो 2 से 3 हजार रुपए प्रतिमाह के खर्चे में ग्राम में विभिन्न स्थानों पर से कचरा उठाएगा। शहरी क्षेत्रों में लाखों रुपए खर्च कर नगर पंचायत द्वारा वाहन खरीदे जाते हैं उनके लिए क्षेत्र की छोटे सी ग्राम पंचायत द्वारा बाइक पर बनाया गया कचरा वाहन प्रेरणास्पद है, जो कम लागत में बनकर कम खर्च में ही बड़े वाहन का काम करेगा। ग्राम पंचायत सचिव सुरेश गुर्जर ने बताया कि ग्राम पंचायत में पुराने ड्रम जो काम में नहीं आ रहे थे उन्हें कलर करवाकर ग्राम के प्रमुख चौराहों व मोहल्ले में करीब 15 जगह पर रखे हैं इनमें ग्रामवासी कचरा डालेंगे। यहां पर ग्राम पंचायत द्वारा बाइक पर बनाया गया कचरा वाहन भेजा जाएगा जो कचरे को वाहन में भरकर लाएगा और ग्राम के बाहर फेंकेगा। इसमें 2 से 3 हजार रुपए माह का खर्च आएगा।


कचरे का वाहन बाइक पर बनाया
ग्राम पंचायत द्वारा बाइक पर कचरा वाहन बनाया गया है जिसके पीछे बड़ी लोहे की पेटी लगाई गई है, जो स्थान स्थान पर रखें ड्रमों से कचरा भरकर ले जाएगी। इसके लिए ग्राम पंचायत को 2 से 3 हजार महीना का खर्च आएगा। ग्राम के सरपंच के अनुसार ग्राम पंचायत द्वारा स्वच्छता की दिशा में प्लास्टिक के डिस्पोजल भी प्रतिबंधित किए गए हैं जिनका पालन भी करने के लिए ग्रामवासियों ने आश्वस्त किया है। शहरी क्षेत्र में नगर पंचायत लाखों रुपए खर्च कर वाहन खरीदती है उनके लिए छोटे से ग्राम पंचायत का यह उपाय प्रेरणादायक हैं।
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मंदिर परिसर के शेष खुले स्थान पर लगाए जा रहे चद्दर के टीन शेड
गरोठ के दुधाखेडी माताजी मंदिर में वर्षा ऋतु में मंदिर परिसर मेंं स्वास्थ लाभ ले रहे मरीज़ो एवं भक्तो को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए मंदिर प्रबंध समिति द्वारा व्यवस्थाएं की जा रही है। समिति द्वारा यहां चद्दर के शेड लगाए गए है। लेकिन बारिश का पानी हवा के साथ आने के कारण पानी मंदिर परिसर तक पहुंच रहा था। ऐसे में शेष खुले स्थान पर भी चद्दर के टीन शेड लगाए जा रहे है। टीन शेड लगने के बाद यहां पंखे व प्रकाश की व्यवस्था भी की जाएगी। भानपुरा तहसीलदार नारायण नांदेडा ने बताया कि टीन शेड के निर्माण से जहां एक और वर्षा ऋतु में आने वाले पानी के फैलने से निजात मिलेगी वही दूसरी और मरीज़ एवं भक्त सुव्यवस्थित रात्रि विश्राम भी कर सकेंगे।
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