आजाद नाम नहीं एक विचार है
सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद एक व्यक्ति का नाम नहीं बल्कि एक विचार है। आजाद व उधमसिंहजी का जीवन प्रेरणादायी है। उन्होंने भारत माता को गुलामी से मुक्त कराने के लिए प्राण न्यौछावर कर दिए। विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने कहा कि नगर में महापुरूषों की प्रतिमाएं स्थापित करने का काम किया है। डॉ. भीमराव आंबेडकर, दीनदयाल, महाराणा प्रताप, हेमु कालानी, सरदार पटेल, भारतमाता की प्रतिमा भाजपा की नपा परिषदों के कार्यकाल में लगी है। प्रदेश महामंत्री बंशीलाल गुर्जर ने कहा कि आजाद ने 24 वर्ष की आयु में शहादत दी। भाभरा विधायक माधोसिंह डाबर ने कहा कि शिवराजसिंह सरकार ने भांभर को चंद्रशेखर आजाद नगर नाम दिया। आजाद की कुटिया 2006 के पूर्व विरान पडी थी। जन्मस्थान के जीर्णोद्वार के लिए शिवराजसिंह चौहान ने डेढ़ करोड की राशि दी। भाजपा जिलाध्यक्ष देवीलाल धाकड़ ने भी संबोधित किया। स्वागत भाषण नपाध्यक्ष प्रहलाद बंधवार ने दिया। इस अवसर पर भाजपा नेता अध्यक्ष धीरज पटेरिया, भाजपा जिला महामंत्रीगण महेंद्र चौरडिया, अजयसिंह चौहान, भाजपा नेता मंडल अध्यक्षगण नरेश चंदवानी, संजय मुरडिया, दशपुर जागृति संगठन के अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र पौराणीक, उधमसिंह जनमंच के अध्यक्ष नागेश्वर सूर्यवंशी, उपाध्यक्ष सुनील जैन उपस्थित थे। नेहा कुरैशी ने वंदे मातरम गीत की प्रस्तुति दी। अतिथियों का स्वागत नपा के जनप्रतिनिधियों अधिकारियों व कर्मचारियों ने किया। संचालन चंद्रशेखर नागदा ने किया।
शौर्य यात्रा निकाली गई, लोगों ने किया स्वागत
अतिथियों द्वारा दोनों स्थानो पर प्रतिमाओं के लोकार्पण की शिलालेख पट्टिका का अनावरण किया। दशुपर जागृति मंच ने सभी अतिथियों को स्मृति चिंह भी भेंट किए। इन दोनों कार्यक्रमों के अवसर पर दशपुर जागृति संगठन के द्वारा गांधी चौराहे से शहीदो की शौर्य भी निकाली गयी। इस यात्रा में बडी संख्या में आमजन, एनसीसी केडेट व विद्याार्थी शामिल हुए। शौर्ययात्रा गांधी चौराहे से प्रारंभ होकर नेहरू बस स्टेंड, भारतमाता चौराहा, कालिदास मार्ग होते हुए सम्राट मार्केट पहुंची मार्ग में कई स्थानो पर शौर्य यात्रा पर पुष्पवर्षा हुई।