हमारे सवालों का नहीं दिया जवाब
गांव के पंकज जोशी व चंद्रपालसिंह झाला ने कहा कि हमारे गांव में सांसद आए थे तो हमने सवाल किया। पर वो जवाब नहीं दे पाए। क्षेत्र के लिए क्या किया। इसे लेकर पूछा। चार साल में क्षेत्र के लिए क्या किया। किसी भी मुद्दे पर कोई जवाब नहीं दे पाए। चार साल पहले चुनाव के समय आए थे। इसके बाद २८ को आए थे।
कोई बड़ा मामला नहीं है
कोई बड़ा मामला नहीं है। कुछ लोग शराब के नशे में वहां आकर बोल रहे थे। ग्रामीणों ने भी उन्हें वहीं पर डाटा। ग्रामीणों की कोई नाराजगी नहीं थी, वह तो एक-दो लोग बोले। ग्रामीणों का कहना था कि एससी, एसटी एक्ट को लेकर लोकसभा में सांसद ने आवाज नहीं उठाई, पर इसमे अकेले सांसद क्या करें। नाराजगी को दूर किया है।
-राधेश्याम पाटीदार, पूर्व विधायक, सुवासरा
इस पूरे मामले को लेकर सांसद से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन बाहर होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो पाए। इसी मामले को लेकर उनके प्रतिनिधि हेमंत शर्मा ने बताया कि देवरिया विजय में कार्यकर्ताओं की कुछ नाराजगी थी। उन्हें चौपाल पर बिठाकर ही बात करते हुए समझाया और उनकी नाराजगी दूर की है। पार्टी एक परिवार है और इसमें किसी प्रकार की कोई नाराजगी नहीं है।