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नियत्रंण नहीं अब मंदसौर से रतलाम जिले तक पहुंचा यह खतरनाक रोग

locationमंदसौरPublished: Aug 31, 2018 01:32:57 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

नियत्रंण नहीं अब मंदसौर से रतलाम जिले तक पहुंचा यह खतरनाक रोग

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नियत्रंण नहीं अब मंदसौर से रतलाम जिले तक पहुंचा यह खतरनाक रोग


पत्रिका लगातार

मंदसौर.
जिले में स्वास्थ्य विभाग खतरनाक स्क्रप टाइफस बुखार पर नियत्रंण नहीं कर पा रहा है। यही कारण है कि जिले में एक मरीज के पॉजिटिव आने के नौ मरीजों को इस बुखार के होने की पुष्टि भोपाल के एम्स ने की है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने इन गांवों की सुध ली और यहां पर बीमारी से जुड़े तमाम सर्वे करवाएं है। और संबंधित गांवों पर निगरानी में रख रहे है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सात व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट भोपाल के एम्स भेजी है जो दो से तीन दिन मेंं सीएमएचओ कार्यालय को भेजी जाएगी।


बच्चे से लेकर बुर्जग तक इस बुखार की जद में
इस बुखार के नौ मरीज नए सामने आए है। इनमें पीडि़तों की उम्र 16 से लेकर 60 साल की है। सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार थड़ोद में 16 वर्ष के बालक, बही पाश्र्वनाथ में 23 वर्षीय युवती, सूठोद में 28 साल के युवक, भाटेरवास में 32 वर्षीय महिला, जुमनिया में 60 वर्षीय महिला, प्रतापगढ़ में एक महिला एक पुरुष और रतलाम जिले की जावरा तहसील के कांकरवा बालजी गांव में २१ साल की युवती और दलौदा तहसील में गोडाना गांव में 29 साल वर्षीय महिला इस बुखार से पीडि़त है।


क्या है स्क्रप टाइपस
स्क्रप टाइफस एक बुखार है। यह जंगली घास में रहने वाले कीड़ों में पलने वाले पिस्सु की वजह से फैलता है। जहां पर मवेशियों को विचरण होता है। जो रिकेटसिया द्वारा उत्पन्न रोगों का समूह है। इस समूह में सू-सू गामोशी नामक कीटाणु के संक्रमण से यह बुखार होता है। इसकी जांच इंदौर या अन्य बड़े शहरों में होती है।


स्क्रप टाइफस के लक्षण
आईडीएसपी यूनिट से मिली जानकारी के अनुसार स्क्रप टाइफस बुखार के लक्षण सिरदर्द होना। सर्दी लगना, बुखार, शरीर में दर्द तथा पांचवे दिन के बीच शरीर पर लाल दाने निकलने जैसे लक्षण होते है। इसमें बुखार सात से लेकर 12 दिन तक रहता है। बेहोशी और ह्दय संबंधी समस्या सामने आती है। गहरे लाल रंग के ये दाने दो से लेकर पांच मिलीमीटर तक के होते है। यह रोग कम उम्र के लोगों के लिए खतरनाक नहीं होता है। लेकिन 40 वर्ष से ऊपर की आयु के पचास प्रतिशत रोगी एवं 60 वर्ष से ऊपर के मरीज के लिए यह बहुत खतरनाक होता है।


बुखार का उपाय बचाव
यह रोग ज्यादातर कीड़ों के माध्यम से फैलता है। इसलिए सबसे जरूरी है कि आस-पास झाडिय़ां और जंगली घास ना पनपे। घर के पास मवेशी बंधते है तो वहंा पर साफ सफाई रखे। मवेशियों का समय-समय पर पशु चिकित्सकों से परीक्षण करवाएं। कीड़ों को नष्ट करवाएं।


जमीन पर सोने वालों को बनाया निशाना
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक सामने आए 10 मरीजों से विभाग के अधिकारियों ने सर्वे के दौरान जानकारी ली। जिसमें चौकाने वाला तथ्य सामने आया है। यह पिस्सु उन व्यक्तियों को ज्यादा निशाना बनाता है जो जमीन पर सोते है। उन तक पिस्सु आसानी से पहुंच जाते है। इन मरीजों में करीब 7 से 8 मरीज जमीन पर सोते थे।


इनका कहना….
सभी जगह सर्वे करवा लिया गया है। इनमें ज्यादातर उन लोगों को बुखार होना सामने आया है जो जमीन पर प्रतिदिन सोते है। गांवों मेंं सतत निगरानी रखी जा रही है।
डॉ महेश मालवीय, सीएमएचओ।

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