अभी-अभी तीन बार टल गया दौरा
मंदसौर में मुख्यमंत्री की ३० मई को सभा हुई थी। इसके बाद ५ अगस्त को जिले की मल्हारगढ़ विधानसभा में मल्हारगढ़ के अलावा पिपलियामंडी व नारायणगढ़ से होकर सीएम गुजरे थे। इसके बाद २५ अगस्त को मंदसौर का दौरा तय हुआ। अंतिम समय में यह दौरा निरस्त हुआ और इसके पीछे रक्षाबंधन पर्व होना बताया। इसके बाद ४ सितबंर को फिर से दौरा तय हुआ, लेकिन सीएम की जहां सभा होना थी, वहीं पर निर्माणाधीन शेड मंडी में गिर गया। और सभा की तैयारियों के बीच यहां का दौरा फिर निरस्त हो गया। तीसरी बार ७ सितबंर को सीएम का आना तय हुआ, लेकिन आखरी में मंदसौर के बजाए जिले के सुवासरा में सीएम का आना तय हुआ, लेकिन गुरुवार को फिर से यहां का दौरा भी सीएम का निरस्त हो गया। हर बार तमाम तैयारियों के बाद दौरा निरस्त हो रहा है। अब १४ को सीएम के आने की संभावना जताई जा रही है। इधर मंदसौर, सुवासरा व गरोठ विधानसभा के लिए अब तक सीएम की जनआशीर्वाद यात्रा की तारीख भी तय नहीं हो पाई है।
सरकारी धन की भरपाई सीएम या भाजपा पूरी करें
इधर जिले में बार-बार मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर की जा रही तैयारियों में सरकारी धन का जो व्यय हो रहा है। उसकी भरपाई भाजपा या मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत करवाई जाने की मांग मंदसौर शहर के ब्लॉक अध्यक्ष डॉ. राघवेंद्रसिंह तोमर ने की। उन्होंने बताया कि इस तरह तैयारियों में जनता के हक के पैसों का दुरुपयोग हो रहा है। इसकी भरपाई पार्टी या सीएम को करना चाहिए। और सीएम सिर्फ के कार्यक्रम के लिए हजारों किसानों को मिलने वाली राशि भी अटका रखी है। इसी भी अनुचित बताते हुए किसानों को तत्काल राशि जारी करने की मांग की है।