मंदसौर

शहादत को किया याद, मातमी धुनो पर निकला ताजियों का जलसा

शहादत को किया याद, मातमी धुनो पर निकला ताजियों का जलसा

मंदसौरSep 22, 2018 / 02:00 pm

harinath dwivedi

शहादत को किया याद, मातमी धुनो पर निकला ताजियों का जलसा

मंदसौर.
शहर सहित पूरे जिले में शुक्रवार को हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में मोहर्रम पर ताजियों का जुलूस निकाला गया। आकर्षक विद्युत साज-सज्जा से सजे ताजियों को ढोल की मातमी धुन पर शहर में भ्रमण कराया गया। कई जगह मातमी माहौल में अश्कों की बारिश हुई। जुलूस में शामिल लोगों के लिए जगह-जगह छबीलें लगाकर दूध, शर्बत व हलवा की व्यवस्था की गई। १० से अधिक अखाड़ो ने भागीदारी की। कई स्थानों पर अखाड़ो के कलाकारों ने करतब दिखाए। जुलूस के दौरान प्रतिष्ठित लोगों का सम्मान भी किया गया। लोगों ने ताजियों के नीचे से निकलकर रोग-दोष दूर होने की कामना व मन्नतें की। जिले भर के सभी स्थानों पर ताजियों को निहारने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। मुस्लिम समाजजनों ने कब्र, मजारों व दरगाहों पर पहुंचकर फूल चढ़ाए। जुलूस के दौरान जिले भर में पुलिस ने व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए थे।


अखाड़ा कलाकारों ने दिखाए करतब
शहर में देर रात तक ताजियों को करबला ले जाया गया। शुक्रवार को मस्जिदों में नमाज के बाद शहर के विभिन्न क्षेत्रों से ताजियों का जलसा रात्रि ९ बजे प्रारंभ हुआ। आगे बैंड व ढोल- ढमाको के साथ अखाड़ा कलाकार करतब दिखाते हुए चल रहे थे। ताजियों पर जगह-जगह सेहरा चढ़ाया गया। इसमें सभी समुदाय के लोग सम्मिलित हुए। देर रात तक मुख्य मार्ग पर चहल-पहल रही। शहर के मदारपुरा, नयापुरा, खानपुरा, शहरी क्षेत्र, कोर्ट रोड, जनकुपूरा क्षेत्र सहित अन्य इलाकों से करीब ३० से अधिक ताजिए निकले। सबसे आगे सरकारी ताजिया था, इसके बाद मदारपुरा, नयापुरा, नाहर सैय्यद, नई आबादी, शहर क्षेत्र मोचीवाड़ा, मर्दादीन मोहल्ला, सब्जी फरोश के ताजिये क्रम बनाकर चल रहे थे। यह सभी ताजिएं प्रमुख मार्गो से होते हुए शनिवार की सुबह शिवना नदी कर्बला क्षेत्र पहुंचेंगे। यहां ताजियों को ठंडा किया जाएगा। नगरपालिका द्वारा पशुपतिनाथ मंदिर क्षेत्र में दोस्त चौकी के सामने आवश्यक व्यवस्थाएं जुटाई गई है। वहीं शहरी क्षेत्र, गुदरी, भैसापाहड़, टोडी सहित कई क्षेत्रों के ताजिए शाम को 6 बजे कर्बला शिवना नदी किनारे पहुंचे। कार्यक्रम में छोटे मियांजी सरकार, शहर काजी आसिफ उल्लाह, भूरे खां मेव सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

भानपुरा नगर में मुस्लिम समुदाय द्वारा शुक्रवार को मोहर्रम पर ताजियो का चल समारोह निकला। इसमें नगर के विभिन्न स्थानों पर स्थित चौकों से ताजिए दोपहर बाद धानमंडी क्षेत्र में एकत्रित हुए। इससे पूर्व छत्री संस्थान का ताजिया दोपहर को छत्री रोड, रामपुरा गेट, रेवा गार्डन होते हुए देशवाली मोहल्ला चौक पर पहुंचा। यहां परंपरागत रूप से देशवाली मोहल्ला चौक पर बड़े इमाम साहब को सलामी देने के बाद छत्री संस्थान ताजिया, देशवाली मोहल्ला चौक बड़े इमाम साहब ताजिया सहित नगर के विभिन्न चौकों से सभी ताजिये निकलकर दोपहर बाद धानमंडी क्षेत्र में एकत्रित हुए। यहां पर सायंकाल से लेकर देर रात्रि तक लोगों ने लोभान चढ़ाई एवं मन्नते की। मध्य रात्रि के बाद ताजिये धानमंडी से निकल कर सदर बाजार तंबोली मोहल्ला रामपुरा गेट होते हुए गांधीसागर चंबल नदी पर करबला ले जाकर ठंडे किए गए।

नारायणगढ़ में शुक्रवार को परंपरागत ढंग से ताजिए निकाले गए। अखाड़े और लेजिम की प्रस्तुति के साथ जामा मस्जिद से प्रारंभ होकर के प्रमुख मार्गो से होते हुए करबला पहुंचे। यहां उन्हें ठंडा किया गया। बाजखेड़ी सहित कई ग्रामीण क्षेत्रों में मोहर्रम पर ग्रामीण क्षेत्रों में मोहर्रम की 9 तारीख को ताजिए निकाले गए और मोहर्रम की 10 तारीख को ठंडे किए गए। जगह- जगह छबीले लगाई गई। मोहर्रम पर ताजिए के सामने जिसकी भी मन्नत पूरी हुई, उसे फलो से तौला गया।

दलौदा में मुस्लिम समाजजनों द्वारा बानीखेड़ी रोड स्थित इमाम बाड़े से गुरुवार की रात्रि ताजियों का जलसा निकला। जो रेलवे स्टेशन रोड स्थित जामा मस्जिद पर पहुंचा। यहां से शुक्रवार की सुबह ताजियों का मुकाम उठा जो रेलवे स्टेशन रोड से प्रगति चौराहा होते हुए बानीखेड़ी रोड स्थित कर्बला मैदान पर पहुंचा। यहां पर ठंडा किया गया। जलसे में अखाड़ों के कलाकारों ने हैरतअंगेज करतब दिखाए। वही जगह जगह छबिलों का आयोजन किया।

इमाम हुसैन की याद में निकाले ताजिये
भैंसोदा ग्राम में शुक्रवार को मुस्लिम समाजजनों द्वारा हजरत ईमाम हुसैन की याद में ताशों की धुन पर ताजिये निकाले गए। सुबह करीब 10 बजे ईमाम चौक से ताजिये निकलना शुरू हुए जो ग्राम के विभिन्न मार्गो से होते हुए गुजरे। इस दौरान युवाओ द्वारा अखाड़े के आकर्षक करतब भी दिखाए गए। सदर बाजार में हिन्दू सामाजिक संगठन झंडा मंडल के अध्यक्ष अनिल पाटीदार, दिनेश जैन, विकास दुबे द्वारा मुस्लिम समाज के सदस्यों जैसे अनवर भाई अगवान, सिद्धिक भाई, शेरू हुसेन, जब्बार अगवान, भुरु भाई, जाहिद भाई शकील आदि का साफा बांधकर कर स्वागत किया गया। हिन्दू मुस्लिम एकता एवं आपसी भाईचारे की मिसाल पेश की। ठंडा शर्बत भी पिलाया गया। भाजपा कार्यकर्ता हरीश विश्वकर्मा, सिद्धेश्वर आचार्य, राजेन्द्र मेड़तवाल ने भी चाय का स्टाल लगाकर मुस्लिमजनो का स्वागत किया। शाम करीब 5 बजे हल्की हल्की बूंदाबांदी का दौर शुरू होने से ताजियो को बरसाती पाल से ढकना पड़ा। ताजिये के जलसे में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाजजन मौजूद रहे।

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