जिले में हुए थे 28 हजार से अधिक पंजीयन
भावांतर योजना के तहत जिले में करीब 28 हजार से अधिक किसानों के पंजीयन कराए गए थे। इस दौरान किसानों से जमीन की पावती, खरा व बीमा नकल, बैंक पासबुक, आधार कार्ड और समग्र आईडी कॉपी ली गई थी। 30 जुलाई तक किए पंजीयन में करीब 40 सोसायटी पर 28 हजार 800 किसानों के पंजीयन लहसुन और प्याज के लिए जिले में किए गए थे।
फसल बेची, परंतु नहीं जमा किए दस्तावेज
मंडी निरीक्षक समीर दास ने बताया कि अब तक जो आंकडे प्राप्त हुए हैं, उनमें में २५० किसान ऐसे हैं, जिनका भावांतर योजना में पंजीयन है और योजना के तहत इन्होंने फसल बेची भी है। परंतु इन किसानों फसल बेचने के बाद भी अपने दस्तावेज कार्यालय में जमा नहीं कराए और इस कारण वे पोर्टल पर दर्ज होने से रह गए। ऐसे में इन किसानों को परेशानी आ सकती है। प्रदेश स्तर पर यह आंकड़ा हजारों का हो सकता है, परंतु जिले में यहां आंकड़ा अब तक २५० से अधिक निकलकर आया है।