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पंजीयन नंबर व अकाउंट डिटेल नहीं हो रहा अपडेट, किसान परेशान

locationमंदसौरPublished: Sep 28, 2018 03:22:56 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

पंजीयन नंबर व अकाउंट डिटेल नहीं हो रहा अपडेट, किसान परेशान

patrika

पंजीयन नंबर व अकाउंट डिटेल नहीं हो रहा अपडेट, किसान परेशान

मंदसौर.
भावांतर भुगतान योजना में एक ओर जहां हजारों किसानों के नाम पोर्टल पर दर्ज नहीं हो सके, वहीं कुछ किसान ऐसे भी है, जिनका नाम पोर्टल पर दर्ज है उसके बाद भी उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भावांतर योजना में प्याज और लहसुन की प्रोत्साहन राशि 28 सितंबर से किसानों के खातों में जमा होना प्रारंभ हो जाएगी। मंदसौर जिले की बात की जाए तो पोर्टल पर जिन किसानों के नाम दर्ज है, उनमें से करीब 250 से अधिक ऐसे किसान है, जिनकों राशि जमा होने के दौरान परेशानी आएगी। इन किसानों को पंजीयन नंबर या एकाउंट नंबर गलत होने के कारण इन किसानों को परेशान होना पड़ेगा। मंडी से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जिले में अब तक 250 से अधिक किसानों के नाम अब तक निकाले जा चुके हैं।
प्रदेश में इस वर्ष 14 अ्रपैल से 30 जून तक प्याज-लहसुन की खरीदी भावांतर योजना के तहत की गई थी। इस योजना में उन किसानों के नाम पोर्टल पर दर्ज हुआ, जिन्होंने अनुबंध पत्रक्र तौल पत्रक एवं भुगतान पत्रक की एंट्री योजना के पोर्टल में कराई थी। हालांकि इस दौरान जुलाई माह में पोर्टल बंद होने तक कई किसान पोर्टल पर अपना नाम दर्ज कराने से रह गए थे। ऐसे में इन किसानों को परेशानी आनी वाली है। इसके साथ ही जिन किसानों ने पोर्टल पर नाम दर्ज कराए थे उनमें भी कुछ किसान ऐसे हैं, जिनके पंजीयन क्रमांक्र, एकाउंट नंबर पोर्टल पर गलत दर्ज हो गए हैं। ऐसे में इन किसानों को भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। मंडी निरीक्षक समीर दास ने बताया कि इस संबंध में जानकारी निकाली जा रही है, अब तक २५० से अधिक किसानों के संबंध में जानकारी प्राप्त हो गई है। संभावना है कि पोर्टल पुन: प्रारंभ होगा और जिन किसानों के नाम दर्ज नहीं हुए हैं, वे भी दर्ज होंगे और सुधार भी किया जा सकेगा।


जिले में हुए थे 28 हजार से अधिक पंजीयन
भावांतर योजना के तहत जिले में करीब 28 हजार से अधिक किसानों के पंजीयन कराए गए थे। इस दौरान किसानों से जमीन की पावती, खरा व बीमा नकल, बैंक पासबुक, आधार कार्ड और समग्र आईडी कॉपी ली गई थी। 30 जुलाई तक किए पंजीयन में करीब 40 सोसायटी पर 28 हजार 800 किसानों के पंजीयन लहसुन और प्याज के लिए जिले में किए गए थे।


फसल बेची, परंतु नहीं जमा किए दस्तावेज
मंडी निरीक्षक समीर दास ने बताया कि अब तक जो आंकडे प्राप्त हुए हैं, उनमें में २५० किसान ऐसे हैं, जिनका भावांतर योजना में पंजीयन है और योजना के तहत इन्होंने फसल बेची भी है। परंतु इन किसानों फसल बेचने के बाद भी अपने दस्तावेज कार्यालय में जमा नहीं कराए और इस कारण वे पोर्टल पर दर्ज होने से रह गए। ऐसे में इन किसानों को परेशानी आ सकती है। प्रदेश स्तर पर यह आंकड़ा हजारों का हो सकता है, परंतु जिले में यहां आंकड़ा अब तक २५० से अधिक निकलकर आया है।

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