शहर में यहां सबसे अधिक मरीज
शहर में जनता कॉलोनी, मेघदूत नगर, किटयानी, नईआबादी, जनकूपरा, दशरथ नगर, दयामंदिर टॉकीज क्षेत्र में है। यहां पर सबसे अधिक डेंगू मरीज या यूं कह सकते है कि यहां पर मरीज सामने आए है।
30 साल के 70 फीसदी अधिक चपेट में
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक 22 मरीज डेंगू के सामने आ चुके है। इनमें से 70 फीसदी मरीज 30 साल तक की उम्र के है। और शेष 30 प्रतिशत मरीज 30 से 60 के बीच के है। इनमें से 40 फीसदी मरीज ऐसे है जो बाहर से होकर आए है। जानकारी के अनुसार दिपावली के आसपास मरीजों की संख्या बढ़ी है। इसमें ज्यादा स्टूडेंट बताए जा रहे है।
इसलिए बढ़ रहे मरीज
शहर में डेंगू के मरीज दिन पर दिन बढ़ रहे है। कीट वैज्ञानिकों की माने तो एडीज मच्छर की प्रकृति अलग होने से यह ज्यादा लोगों को संक्रमित करने की क्षमता रखता है। यह सबसे ज्यादा दिन में लोगों को निशाना बना सकता है। जबकि मलेरिया फेलाने वाला मच्छर एनाफीलीज रात को काटता है।
अब तक 22 मरीजों को डेंगू की पुष्टि
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को चार मरीजों के लिए गए सेंपल की जांच प्रयोगशाला में की गई। जिसमें एक जनकूपुरा निवासी 19 वर्षीय युवक को डेंगू सामने आया है। बुधवार को भी दो मरीज डेंगू के सामने आए थे। अभी तक कुल 22 मरीज डेंगू के सामने आ चुके है। जिसमें नवबंर माह में 12 मरीज है। इनमें से ज्यादातर मरीज जिला मुख्यालय के है। और इनका औसतन देखे तो 16 नवबंर तक हर 32 घंटे में एक व्यक्ति डेंगू की चपेट में आ रहा है। और अक्टूबर माह में 10 मरीज सामने आए थे।
रतलाम में जुर्माना तो मंदसौर में ध्यान नहीं
रतलाम जिले में डेंगू के मरीज अधिक सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका रतलाम जहां भी लार्वा निकल रहा है। उस संबंधित व्यक्ति पर पंाच सौ रूपए से लेकर हजारों रूपए का जुर्माना लगा रहे है। ठीक इसके उलट मंदसौर नगर पालिका और स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक सुध नहीं ली है। ना तो जुर्माने लगाने की प्रक्रिया शुरु की और ना ही लार्वा सर्वे पूरे शहर में शुरु किया। विभाग केवल वहां लार्वा सर्वे कर रहा है जहां पर मरीज सामने आ रहे है। इसके अलावा दूसरी जगह लार्वा सर्वे नहीं करवा रहा है।
जीका वायरस को लेकर अलर्ट, पर आंकड़े नहीं
जीका वायरस को लेकर सीएमएचओ ने पूरे जिलेभर में अलर्ट जारी किया था। उसमें विशेष निर्देश दिए गए थे कि जिनकी केस हिस्ट्री में राजस्थान निकले। उन पर विशेष रूप से नजर रखी जाए। लेकिन अभी तक विभाग के अधिकारियों को जानकारी ही नहीं है कि कितने बीमार ऐसे सामने आए है जिनकी केस हिस्ट्री राजस्थान की रही है।
इनका कहना…
जहां-जहां मरीज सामने आ रहे है। वहां पर लार्वा सर्वे भी करवाया जा रहा है। अभी तक किसी पर जुर्माना नहीं किया गया है। पूरी तरह से सक्रिय होकर कार्य किया जा रहा है।
डॉ महेश मालवीय, सीएमएचओ।