रविवार को पुलिस को कर्मचारियों ने बताया कि आग शार्ट सर्किट और ड्रम का ढक्कन खोलने से लगी है। आग पर काबू पाने के लिए मंदसौर, पिपलियामंडी सहित आसपास के जिलों की फायर फाइटर बुलाई गई। लेकिन आग पर शाम सात बजे तक काबू नहीं पाया गया। फैक्ट्री के चारों और पतरे लगे हुए थे। जिनको कई जगह से जेसीबी से तोडक़र आग बुझाने का प्रयास भी किया गया। लेकिन सफल नहीं हुए।
वायडीनगर थानाप्रभारी विनोद ङ्क्षसह कुशवाह ने बताया कि मंदसौर निवासी महेंद्र चोरडिय़ा की मंगलम फैक्ट्री है। इसमें टायर से तेल व स्क्रब का कार्य किया जाता है। एक कर्मचारी ने शार्ट सर्किट से तो एक कर्मचारी ने ड्रम का ढक्कन खोलते समय आग लगाने की बात कही है। अभी इस मामले में जांच की जा रही है। कर्मचारियों द्वारा बताया गया कि अंदर कोई मजदूर नहीं है। चार मजदूर घायल हुए है। चारों को जिला अस्पताल भेजा गया है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि आग किस कारण से लगी है। सिविल सर्जन डॉक्टर अधीर मिश्रा ने बताया कि चारों की हालात गंभीर है। चारों को इंदौर रैफर कर दिया गया। भाजपा जिला महामंत्री महेंद्र चोरडिया ने कहा कि किसी व्यक्ति के द्वारा वहां पर आग लगाई गई है।
टायर से तेल व स्क्रब बनाया जाता है।