प्राचार्यका कहना था कि जिला योजना समिति से इसका पैसा आया है और काम की एजेंसी लोक निर्माण विभाग है। अभी तो यह हमारे पास आया भी नहीं, लेनिक परिषद के छात्र नेता इस बात से संतुष्ट नहंी हुए। जब यहां से उनकी बात नहीं मानी गईऔर जवाब से वह संतुष्ट नहीं हुए तो फिर गेट के सामने बैठकर धरना दे दिया। आधे घंटे यहां बैठने के बाद भी कोईनहीं आया तो गेट से उठकर कॉलेज के बाहर मुख्य मार्ग पर तपती धूप में सड़क पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी शुरु कर दी। मामला कलेक्टर तक जा पहुंचा। इसके बाद मौके पर एसडीएम एसएल शाक्य पहुंचे और आंदोलन छात्र नेताओं से बात की। जब उन्होंने मामले में कमेटी बनाकर जांच करने का आश्वासन दिया तब जाकर छात्र नेता यहां से हटे। वायडी नगर थाना प्रभारी विनोदसिंह कुशवाह यहां दल-बल के साथ पूरे समय मौजूद रहे और उन्होंने भी छात्र नेताओं को समझाने की कोशिश की।