पीआईसी गठन के बाद कांग्र्रेस पार्षदों में फूटा असंतोष
मंदसौरPublished: Jul 28, 2019 12:01:11 pm
पीआईसी गठन के बाद कांग्र्रेस पार्षदों में फूटा असंतोष
पीआईसी गठन के बाद कांग्र्रेस पार्षदों में फूटा असंतोष
मंदसौर.
नपाध्यक्ष द्वारा बनाई गई पीआईसी के बाद कांग्रेस पार्षदों में असंतोष फूट गया। नपा में पहले से ही विपक्ष में मौजूद कांग्रेस का सरकार से अध्यक्ष पद पर नियुक्ति होने के बाद पीआईसी गठन हुए। सालों बाद कांग्रेस को नपा में मौका मिला। लेकिन अब कांग्रेस के पांच पार्षदों ने गठित पीआईसी को लेकर विरोध करते हुए प्रदेशाध्यक्ष व जिलाध्यक्ष सहित संगठन के अन्य नेता व पूर्व मंत्री को पत्र लिखकर मोर्चा खोल दिया। इसमें उन्होंने नपाध्यक्ष द्वारा बनाई गई पीआईसी में सभापति के लिए पार्षदों के चयन का आधार पूछा।
प्रदेशाध्यक्ष सहित अन्य नेताओं को पत्र लिखकर मांगा जवाब
कांग्रेस पार्षद विजय गुर्जर, रुपल संचेती, इस्माईल मेव, शाकेरा खेड़ीवाला, नाजियाबी ने प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ, संगठन मंत्री चंद्रशेखर, पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा सहित जिलाध्यक्ष प्रकाश रातडिय़ा व अन्य नेताओं को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने पूछा की नपाध्यक्ष ने पीआईसी गठन के लिए क्या आधार माना है। पार्षद गुर्जर ने बताया कि कार्यवाहक अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस पार्षद दल की बैठक भी नहीं हुई और बिना किसी के राय-मशविरा के पीआईसी बना ली गई। उन्होंने संगठन के नेताओं से पूछा कि पीआईसी में चयन का आधार स्पष्ट करें। वर्तमान अध्यक्ष मनोनीत है। जनता द्वारा चुने हुए नहीं है। ऐसे में उन्हें पार्टी व संगठन स्तर से चर्चा कर पीआईसी पर निर्णय लेना था। कांग्रेस के जिन पार्षदों ने अध्यक्ष के लिए दावेदारी की थी। लेकिन मनोनीत अध्यक्ष द्वारा सीनियर होने के बावजूद द्वेषतापूर्वक उन्हें पीआईसी में जगह नहीं दी गई। ऐसे में उन्होंने पीआईसी पर सवाल खड़े किए है। साथ ही यह भी बताया कि वर्तमान में परिषद में भाजपा के २३ पार्षद होकर बहुमत है। ऐसे में कांग्रेस को अनुभव की परिषद में जरुरत पड़ेगी।
६ सभापतियों ने लिया चार्ज
नगर पालिका में पीआईसी में शामिल ६ सभापतियों ने शनिवार को पहुंचकर कार्यभार संभाला। इस दौरान कांग्रेस के कई नेता भी मौजूद थे। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री मुकेश काला, पूर्व विधायक पुष्पा भारतीय, नपाध्यक्ष मोहम्मद हनीफ शेख, गोपालकृष्ण गौशाला अध्यक्ष अनिल संचेती के साथ कई नेता व पदाधिकारी मौजूद थे। स्वच्छता समिति सभापति डिकपालसिंह भाटी, लोकनिर्माण सभापति रंजना पाटिल, राजस्व वित्त एवं लेखा विभाग सभापति जितेंद्र सोपरा, जलकार्य एवं सीवरेज विभाग सभापति हाजी रशीद, योजना- यातायात परिवहन सभापति संगीता शर्मा, शहरी गरिबी उपशमन विभाग की सभापति शबीना बी ने भी पदभार संभाला।
अंदरुनी मामला है
यह पार्टी का अंदरुनी मामला है। इस मामले में कोई सार्वजनिक वक्तव्य नहीं देना चाहता हुं।-प्रकाश रातडिय़ा, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस