पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने दो दिन रहकर प्रभावितों के बीच कई बात कही। इस पर सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाए। शिवराज के आरोपों के बाद कांग्रेस ने भी मोर्चा संभाल लिया। और प्रभारी मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा को भेजा। अब मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्गिविजयसिंह के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिधिंया भी जिले में आ रहे है।
पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने दो दिन में पूरा संसदीय क्षेत्र और जिला नापा। इसमें वह नीमच के रामपुरा से लेकर जावरा और मंदसौर जिले के शहर व कई गांवों में पहुंचे। वहीं प्रभारी मंत्री कराड़ा ने नीमच-मंदसौर में पहुंचकर सरकार की और से शिवराज के आरोप का जवाब दिया। लेकिन इसके बाद कांग्रेस के बड़े नेता भी जिले का रुख कर रहे है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ २१ सितंबर को जिले में आ रहे है तो २१ को ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्गिविजयसिंह भी संसदीय क्षेत्र में दौर पर है। वहीं २५ को सिंधिंया भी संसदीय क्षेत्र के दौर पर है और कृषि मंत्री सचिन यादव ने भी जावरा क्षेत्र में दौरा किया। सभी लोग बाढ़ प्रभावितों के बीच पहुंच रहे है।