१२ जून तक अभियान चलाने का लक्ष्य, मानसून के साथ होगी समीक्षा
शिवना शुद्धिकरण अभियान में मंगलवार को सुबह कलेक्टर गौतमसिंह शिवना तट पर पहुंचे और श्रमदान से लेकर शुद्धिकरण अभियान की समीक्षा करते हुए इसका निरीक्षण भी किया। शुद्धिकरण अभियान में चल रहे काम को लेकर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शिवना के प्रति जनता का उत्साह है जिसके परिणाम भी दिखने लगे हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए गहरीकरण का कार्य और तेजी से करने के लिए बड़ी जेसीबी मशीन लगाई जाएगी। यह कार 12 जून तक वर्तमान में चलाने का लक्ष्य रखा रहे हैं फिर मानसून पर आधारित रहेगा। कलेक्टर द्वारा पूरे क्षेत्र का अवलोकन किया। साथ ही नोडल अधिकारी से अब तक हुए कामों की जानकारी ली। साथ ही इस काम को और गति देने के निर्देश भी दिए। इसमें नगर पालिका एवं मशीनों का उपयोग लिए जाने की बात कही।
अभियान की सफलता पर इसे १२ जून तक बढ़ाया
शिवना शुद्धिकरण अभियान को लेकर कार्य जो हुआ है। इसके परिणाम दिखने लगे है। ऐसे में अब इसे १२ जून तक बढ़ा दिया है। इसमें 1 जून को महिला बाल विकास, 2 जून को खनिज, प्रधानमंत्री सड़क विभाग प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, 3 जून को ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, जल संसाधन, लोक स्वास्थ यांत्रिकी, 4 जून को मध्य प्रदेश पश्चिमी क्षेत्र विद्युत मंडल, 5 जून को स्वास्थ्य विभाग, 6 जून को शहर के निजी शैक्षणिक संस्थान, 7 जून को खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग, 8 जून को कृषि उपज मंडी एवं व्यापारी, 9 जून को परिवहन विभाग, 10 जून को श्रम कर विभाग, 11 जून को अग्रणी बैंक शहर व्यवसाई और 12 जून को केंद्रीय विद्यालय, बीएसएनएल, डाकघर एवं आयकर विभाग की इसमें ड्युटी लगाई गई है। इनके अधिकारी व कर्मचारी सामाजिक संगठनों के साथ यहां पहुंचकर श्रमदान का हिस्सा बनेंगे। प्रशासन ने शिवना के इस महाअभियान में सभी की भागीदारी बड़े उत्साह से स्वीकार करने की बात कही। प्रशासन और सभी विभाग इसमें हर दिन अपनी सहभागिता कर रहे है।
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मशीनों के साथ आस्था भी कर रहे है काम
शिवना शुद्धिकरण के प्रभारी सुनील व्यास ने बताया कि शिवना शुद्धिकरण और गहरीकरण कि इस महाअभियान में बहुत संतोष एवं जनता का पूरा सहयोग उत्साह के साथ मिल रहा है। इसका मुझे पूर्ण विश्वास है हमारे किए गए प्रयासों से टीम वर्क से काम हो रहा है। सभी अधिकारी एवं कर्मचारी साथ में सामाजिक संगठन और नगर की जनता मां शिवना के प्रति अपनी श्रमदान के द्वारा आस्था को प्रकट कर रहे हैं। इसके परिणाम भविष्य में सुखदाई होंगे। मशीनों के साथ आस्था काम कर रही है।
शिवना का जल अमृततुल्य है इसका संरक्षण जरुरी
उद्यानिकी महाविद्यालय की डीन डॉ मृदुला बिल्लोरे ने पूरे स्टॉफ एवं छात्रों के साथ शिवना तट पर पहुंचकर श्रमदान किया। उन्होंने कहा कि हमारा मूल कार्य इन बच्चों को शिक्षा है वह मूलत कृषि और जल इनके संरक्षण और इनका उपयोग हम अपने जीवन में करते हुए जो हमारे प्राचीन संस्कृति जिस पर भारत की अर्थव्यवस्था आधारित है। हम बहुत सौभाग्यशाली हैं भारत के अंदर नदियों का जल के कारण ही बहुत बड़े क्षेत्र में कृषि कार्य होता है और शिवना नदी तो साक्षात पशुपतिनाथ और शिवलिंग महादेव के देवस्थान के सभी बहती है इसका जल अमृततुल्य है। इसको हम साफ व स्वच्छ रखने के लिए काम कर सकते है।
नदियों को मां का दर्जा है
डॉ ओपी सिंह असिस्टेंट प्रोफेसर उद्यानिकी महाविद्यालय ने कहा भारत दुनिया का वह देश है जहां नदियों को मां का दर्जा दिया गया है और भारत के अंदर वर्तमान में हजारों नदियां समस्त देवस्थान इन नदियों के समीप बने हुए हैं हमारी आस्था का केंद्र है। लोग हमारी इन नदियों के दर्शन के साथ पर्यटक स्थल है इनके संरक्षण के लिए हमारे श्रम काम आता है तो श्रमदान अवश्य करना चाहिए। श्रमदान का मौका जो मिला इसे मैं सौभाग्य मानता हूं।
किया गया श्रम नहीं होगा बेकार
आबकारी विभाग के आरएन प्रजापति ने कहा कि शिवना के प्रति अपनी आस्था प्रकट करने का हर किसी के पास मौका है। 20 कर्मचारियों के साथ आज शिवना तट पर पहुंचे और डेढ़ घंटे तक श्रमदान करते हुए इस विश्वास के साथ कि हमारा किया हुआ कर बेकार नहीं जाएगा। हमें पूर्ण विश्वास है हम अपने शुद्धिकरण के लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। इसमें प्रशासन जनता का सहयोग मिल रहा है इसलिए परिवर्तन आकर रहेगा।