scriptओखी का असर मंदसौर में भी दिखा | Okis impact also showed in Mandsaur | Patrika News

ओखी का असर मंदसौर में भी दिखा

locationमंदसौरPublished: Dec 06, 2017 05:36:28 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

16 घंटे से रुक-रुककर कहीं होती रही तेज बूंदाबांदी तो कहीं हुई बारिश

patrika
मंदसौर. शहर सहित पूरे जिले में सोमवार की आधी रात से मौसम में बदलाव आया। कहीं बूंदाबांदी तो कहीं बारिश शुरु हुई जो मंगलवार की रात करीब ८ बजे तक रुक-रुककर जारी रही। जिले में इस बार पानी की कमी के चलते परेशान किसानों के लिए बारिश खुशियां लाई। लगभग सभी प्रकार की फसलों के लिए बारिश अमृत के मानिंद रही। खास तौर पर उन क्षेत्रों में जहां पानी की इस बार ज्यादा कमी है और जहां फसलें पुष्पीय अवस्था में है, उनके लिए यह बारिश खासी लाभदायी रही। इसके अलावा गेहूं, चना, के लिए भी तेज बूंदाबांदी नमी और बारिश फायदेमंद रही। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार बारिश के कारण फसलों को ना केवल फायदा पहुंचा है वरन एक सिंचाईभी अब किसानों को कम करना पड़ेगी। ऐसे में जिन क्षेत्रों में पानी की कमी है। उन्हें बहुत फायदा मिलेगा।
प्रमुख कृषि वैज्ञानिक डॉ जीएन पांडेय ने बताया कि लहसुन, धनिया, मैथी, गेहूं, चना, सरसो, राई और रायड़ा के लिए यह बारिश अमृत का काम करेगी। बारिश से अच्छी नमी हो गईहै। यदि एक-दो दिन में ओर बारिश या बूंदाबांदी हुई तो फसलो को बहुत ही फायदा मिलेगा। जिन क्षेत्रो में मसलन मंदसौर, दलौदा तहसील में पानी की कमी के चलते किसानों को इस बारिश की वजह से अब कम से कम एक सिंचाई कम करना पड़ेगी। बारिश से फसलों की बढ़वार भी तेज होगी। जहां गेहूं, चने जैसे फसलों का अंकुरण आधा- अधूरा हुआ है, वहां भी इस बारिश के कारण अंकुरण होगा। जो किसान अभी बुवाई कर रहे है, उनके लिए भी वर्षा फायदेमंद है।
मंगलवार की सुबह से रात तक बारिश व बूंदाबंादी होती रही। आसमान में काले घने बादल के साथ ठंडी हवा चलने से शीत प्रकोप हो गया। सुबह से ही लोग गर्म वस्त्रों में लिपटे रहे। बाजारों में भी अपेक्षाकृत आवाजाही कम थी। वहंी व्यापार-व्यवसाय भी मंदा रहा। स्कूलों में भी बच्चों की उपस्थिति कम थी। हालांकि शासकीय विभागों में रोजमर्राके काम हुए पर कृषि उपज मंडी में बारिश से किसान परेशान रहे। हालांकि बारिश आवक में कोईकमी नहीं हुई। शहर की कृषि उपज मंडी में पर्याप्त शेड होने के कारण ज्यादातर किसानों की फसलें सुरक्षित रही। मंगलवार को सोयाबीन ६ हजार बोरी, लहसुन १६ हजार बोरी, प्याज ६ हजार बोरी की आवक हुई।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो