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मेरठ, दिल्ली, अजमेर के झुले तो गाजीयाबाद, गोरखपुर के सामान मेले में मिलेंगे

locationमंदसौरPublished: Nov 19, 2018 07:43:28 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

मेरठ, दिल्ली, अजमेर के झुले तो गाजीयाबाद, गोरखपुर के सामान मेले में मिलेंगे

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मेरठ, दिल्ली, अजमेर के झुले तो गाजीयाबाद, गोरखपुर के सामान मेले में मिलेंगे

मंदसौर । पशुपतिनाथ मंदिर पर कार्तिक मेले की शुरुआत तमाम जद्दोजहद के बीच सोमवार से हो गई। इस बार मेले में मेरठ, दिल्ली से लेकर अजमेर के झुले व अन्य संसाधनों लोगों के मनोरंजन के लिए पहुंचे तो गोरखपुर से लेकर गाजीयाबाद के अलावा अन्य राज्यों व शहरों से सजावटी से लेकर घरेलु सामान की दुकानें यहां पहुंची है।मेले की शुरुआत के पहले दिन तो दुकानदारों को दुकानें जमाने में ही समय बीत गया। मेले की शुरुआत भले ही औपचारिक रुप से हो गई हो लेकर मेले का रंग अभी चार से पांच दिन बाद जमेगा।मेला स्थल पर अभी रौनक नहीं आई है। झुले लगने का दौर चल रहा हैतो दुकानें भी जम रही है।
अंतिम समय तक होती रही दुकानें आवंटित
मेले की तैयारियों के नाम पर पहले ही नपा ने बहुत देर कर दी और फिर जब शुरु भी की तो इसमें भी लेटलतीफी बरती जा रही है। सोमवार से मेला शुरु होना हैऔर रविवार को रात तक दुकानें आवंटित होने का दौर चलता रहा। नपा ने ले-आऊट जरुर डाला लेकिन नंबरिंग नहीं की थी।ऐसे में नंबरिग के चलते दुकानों का आवंटन देरी से हुआ और सोमवार को जब मेला शुरु हो गया तब भी दुकानदार अपने सामान लाकर दुकाने जमाने में ही लगे रहे। आगामी दो से तीन दिनों तक और दुकानें जमने का ही दौर चलेगा।दुकानें ही नहीं यहां आए झुले भी अभी लग ही रहे है। पहले ही आचार संहिता के नाम पर इस बार मेले में कोई कार्यक्रम नहीं है और फिर दुकानों से लेकर झुलों में भी नपा की लेटलतीफी अधिक भारी पड़ी।मेले में होने वाली लेटलतीफी के कारण लेागों में प्रशासन व नपा की कार्यशैली के कारण मेले की रंगत आचार संहिता के नाम पर फिकी करने के कारण आक्रोश भी देखा जा रहा है।
पाटोत्सव के साथ मेले का हुआ शुभारंभ
पशुपतिनाथ मंदिर पर सोमवार को सुबह मेले का शुभारंभ हुआ।आचार संहिता के चलते सामान्य रुप से मेले का शुभारंभ हुआ।इसमें प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में इसका शुभारंभ हुआ।पहले दिन तो मेले का रंग नहीं जमा, लेकिन धीरे-धीरे चार से पांच दिन में मेले का रंग जमेगा।हालांकि लोगों के आने का दौर अभी से शुरु हो गया है।
बडे शहरों से झुलों के साथ आई दुकानें
ेेपिछले कईसालों से लगते आ रहे मेले के लगातार बढ़ती ख्याति के कारण मेला लगने से कई दिनेंा पूर्व ही यहां झुलों से लेकर दुकानों के आने का दौर शुरु हो गया।मेले को लेकर गोरखपुर से लेकर गाजीयाबाद, नीमच, जावद, भादवामाता के साथ राजस्थान सहित अंत प्रांतों के कई शहरों से दुकानदार घरों के सजावटी से लेकर अन्य घरेलु उपयोग की चीजों की दुकानें मेले में आईहै। तो अजमेर, मरेठ, दिल्ली से लेकर बड़े शहरों से मनोरंजन के संसाधन यहां पहुंचे है।
दुकानों की फिक्स तो झुले व होटल की स्क्वैयर फिट से ली राशि
मेला स्थल पर लगने वाली दुकानों के साथ छोटे-बड़े झुलों व चकरी के साथ मनोरंजन के अन्य साधनों के साथ खाने-पीने की दुकानों के लिए लगी होटल रेस्टोरेंट के लिए नपा ने राशि तय कर दुकानें आवंटित की है। इसमें दुकानों के लिए ११०० रुपए फिक्स है लेेकिन होटलों से लेकर छोटे-बड़े झुलों के लिए ८ रुपए से लेकर ११ रुपए स्क्वेयर फिट के हिसाब से राशि से जमा करवाईगईहै।
फेक्ट फाईल
दुकानों के लिए आए थे आवेदन- १०६०
मेला स्थल पर आवंटित की गईदुकानें-४०५
इस क्षेत्र में लगने वाली कुल दुकानें- ६३५
विभिन्न प्रांतों से आए झुले-चकरी व मनोरंजन के साधन- ५५
होटल व रेस्टारेंट- १९०
मेलास्थल का क्षेत्र- ३.७३ हैक्टेयर क्षेत्र
पार्किंग व्यवस्था- निशुल्क की गई
मेला लगेगा- १९ नवंबर से ८ दिसबंर तक
अवकाश- २६ से २८ तक निर्वाचन के कारण

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