मंदसौरPublished: Dec 15, 2018 06:00:59 pm
harinath dwivedi
कड़ाके की ठंड में ठिठुरती जिंदगी
कड़ाके की ठंड में ठिठुरती जिंदगी
मंदसौर । जिले का तापमान शुक्रवार को न्यूनतम 10 डिग्री रहा। इस कड़ाके की ठंड में कईजिंदगियां स्टेशन पर ठिठुरने को मजबूर थी। वे इस कड़ाके कीठंड में ही स्टेशन के बाहर सो रहे थे। जब कि शहर में नगर पालिका ने लाखों रूपए खर्च कर रैन बसेरा बनाया। लेकिन वह रैन बसेरा या तो कभी सुरक्षा बलों को रोकने का काम आता है या फिर खाली पड़ा रहता है। इसका सबसे बड़ा कारण है रैन बसेरा का व्यापक प्रचार प्रसार नहीं होना। जब इसके बारे में नगर पालिका के जिम्मेदारों को पूछा तो उन्होंने कहा कि रैन बसेरा में लोग रुकते है और उसका प्रचार प्रसार भी किया है। जबकि रैन बसेरा में स्थिति उलट थी।इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिम्मेदार कितने जिम्मेदारी से अपना कार्य कर रहे है।
महाराणा प्रताप बस स्टेंडपर बना रैन बसेरा
नगर पालिका के द्वारा महाराणा प्रताप बस स्टेंड पर रैन बसेरा बनाया गया है। यहां जब पत्रिका की टीम ने जायजा लिया तो सामने आया कि वहां पर कोई भी व्यक्ति रुका हुआ नहीं था। वहां पर बेड खाली पड़े हुए थे।जानकारी के अनुसार यहां पर बहुत कम लोग ही आकर ठहरते है। क्योंकि कई लोगों को इसके बारे में जानकारी ही नहीं है। यहां पर कईबार सुरक्षा बल को भी रुकवाया जाता है।
हमें नहीं है जानकारी
शुक्रवार रात को स्टेशन पर रात को जाने वाली टे्रन का इंतजार कर रहे थे। कई यात्रियों को जब रात को पूछा कि यहां के बजाए रैन बसेरा में रूक जाए और फिर ट्रेन के समय आ जाए तो उन्होंने कहा कि हमें इसकी जानकारी नहीं हैकि रेन बसेरा कहां पर है। और कितनी दूरी पर है। यदि इसकी जानकारी होती तो हम वहां पर जाकर आराम कर लेते और फिर ट्रेन के समय आ जाते। ऐसा ही जिला अस्पताल परिसर रेडक्रास द्वारा बनाए गए विश्राम गृह का भी है। जिला अस्पताल में कई लोग अंदर परिसर में ही सो जाते है। उनको विश्राम गृह की जानकारी नहीं होने पर वे ठंड में ही परिसर में सो रहे है। जबकि इसके लिए जिम्मेदारों ने निर्देश भी जारी किए थे।
इनका कहना….
रैन बसेरा में व्यापक प्रचार प्रसार किया गया है। शहर के मुख्य स्थानों पर ओर इसका प्रचार प्रसार कर दिया जाएगा।
प्रहलाद बंधवार, नगरप ालिका अध्यक्ष।