मंदसौर

सीएम ने की थी घोषणा, सरकार बदली अब जिम्मेदार असमंजस में

सीएम ने की थी घोषणा, सरकार बदली अब जिम्मेदार असमंजस में

मंदसौरDec 16, 2018 / 08:26 pm

harinath dwivedi

सीएम ने की थी घोषणा, सरकार बदली अब जिम्मेदार असमंजस में

मंदसौर । पशुपतिनाथ मंदिर क्षेत्र में बहने वाली शिवना नदी के शुद्धिकरण और सौंदर्यीकरण को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान ने 12 करोड़ रूपए की राशि देने की घोषणा की थी। लेकिन सरकार के बदलने से अब अधिकारी से लेकर नपा जनप्रतिनिधि असमंजस की स्थिति में है कि घोषणा की राशि आएगी या नहीं। वहीं दूसरी ओर मंदिर क्षेत्र में ही सीवरेज कार्य चल रहा है। मंदिर क्षेत्र की छोटी पुलिया के पास शिवना शुद्ध होगी।
नगर पालिका से मिली जानकारी के अनुसार शिवना शुद्धिकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है।छोटी पुलिया से कोर्ट के पीछे तक १४५ मीटर सीवरेज लाइन डाली जाएगी। यहां पर खुदाई का काम पूरा हो गया। इस पर नीचे आठ इंच आरसीसी की लेयर बनाईजाएगी।१४५ मीटर के सीवरेज लाइन में करीब ६ जगह चेंबर डिजाइन किए है।चेंबर आरसीसी के बनेगें।यह कार्य दिसबंर अंत तक पूरा हो जाएगा।
डीपीआर भी तैयार,केवल राशि का इंतजार
जानकारी के अनुसार तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान मंदसौर दौरे पर आए थे। तब उन्होंने शिवना नदी पर श्रमदान किया था और १२ करोड़ रूपए शिवना शुद्धिकरण के लिए देने की घोषणा की थी। इसके बाद अधिकारियों ने इसके लिए प्लानिंग कर ड्राईंग डिजाइन बनवाईऔर उसके बाद डीपीआर बनवाई। नगर पालिका से मिली जानकारी के अनुसार शिवना नदी के किनारे पैवर ब्ल्ॉाक, लाइटिंग, एक रोड सहित अन्य कार्य होना है।
करोड़ों रूपए के कार्य रूके
जानकारी के अनुसार नगर पालिका में टेंडर नहीं होने से करीब ४ से पंाच करोड़ रूपए के कार्य अटके हुए है। इसका सबसे बड़ा कारण ई-टेंडरिंग का साफ्टवेयर बंद होना। प्रदेश सरकार ने ईटेंडरिंग वाले साफ्टवेयर को बंद कर दिया है। अब जब तक नया साफ्टवेयर कार्य करना शुरु नहीं करता है। तब तक एक भी टेंडर नहीं होगा। जानकारी के अनुसार रामटेकरी सीवरेजलाइन , नाहर सय्यद तालाब पर सीवरेज लाइन सहित कईबड़े कार्य रूके हुए है।
राशि का कर रहे इंतजार
शिवना शुद्धिकरण के लिए पाइप लाइन का कार्य चल रहा है। मंदिर क्षेत्र की छोटी पुलिया तक शिवना शुद्ध हो जाएगी। वहीं १२ करोड़ रूपए की घोषणा के बाद शुद्धि एवं सौंदर्यीकरण की डीपीआर बनी हुई है।आचार संहिता के कारण उस समय राशि नहीं आई थी। घोषणा वाले सेक्शन ने अनुमति भी दे दी है। अब राशि का इंतजार है। ई टेंडरिंग वाला साफ्टवेयर बंद कर दिया गया है। इसकी जगह नया साफ्टवेयर बन रहा है। जो सात से दस दिनों के भीतर कार्य शुरु होगा। इससे कइ्रकाम में देरी हो रही है।
प्रहलाद बंधवार, नगर पालिका अध्यक्ष।

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