मंदसौर

व्यापारियों के विरोध के बीच निरस्त हुआ ऑनलाईन अनुज्ञा का सिस्टम

व्यापारियों के विरोध के बीच निरस्त हुआ ऑनलाईन अनुज्ञा का सिस्टम

मंदसौरJan 02, 2019 / 04:41 pm

harinath dwivedi

व्यापारियों के विरोध के बीच निरस्त हुआ ऑनलाईन अनुज्ञा का सिस्टम

मंदसौर । कृषि उपज मंडी में 1 जनवरी से लागू होने वाली ऑनलाईन ई-अनुज्ञा व्यापारियों के विरोध के कारण लागू नहीं हो पाई। इसके आदेश निरस्त कर दिए गए है। और अब यह व्यवस्था कब लागू होगी यह नहीं पता। फिलहाल ई-अनुज्ञा का मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। व्यापारियों ने दी हड़ताल की चेतावनी के बाद अंतिम समय में ई-अनुज्ञा के आदेश को निरस्त किया गया है। अब अनुज्ञा सिस्टम की यह व्यवस्था पूर्ववत व्यवस्था के अनुसार ही चलेगी। मंगलवार से ई-अनुज्ञा का सिस्टम लागू नहीं होने के कारण व्यापारियों ने भी सुचारु कार्य किया। यदि यह व्यवस्था लागू होती तो व्यापारियों ने हड़ताल की चेतावनी दी थी।
अभी ऑफलाईन के बाद फिर करना होती है ऑनलाइन
वर्तमान में व्यापारियों को अनुज्ञा लेने के लिए मंडी दफ्तर जाना पड़ता है। यहां ऑफलाईन अनुज्ञा लेने के बाद मंडी को यह अनुज्ञा ऑनलाईन करना होती है। पिछले दो-तीन साल से यह मामला चलता आ रहा है और व्यापारियों केराजी नहीं होने के कारण ही पूर्णरुप से ई-अनुज्ञा लागू नहीं हो पा रही है। अब शुरु करने के आदेश हुए थे तो फिर व्यापारियेां के विरोध के कारण यह निरस्त हो गए।अब फिर से वहीं व्यवस्था लागू रहेगी। यानी व्यापारी खुद भी अनुज्ञा के लिए मंडी दफ्तर के चक्कर काटने को राजी है और स्व: ऑनलाईन अनुज्ञा के सिस्टम को पसंद ही नहीं कर रहा है। ऐसे में अनुज्ञा की पेपरलेस व्यवस्था फिलहाल लागू नहीं हो पाई।
350 व्यापारी, हर साल बनती है 1 लाख से अधिक अनुज्ञा
मंडी में व्यापारी करने वाले वर्तमान में करीब ३५० व्यापारी है। जिन्हें अपनी अनुज्ञा बनवाने के लिए मंडी कार्यालय के चक्कर काटना पड़ते है और ऑनलाईन में यह अनुज्ञा अपने सिस्टम से ही बना सकते थे, लेकिन इन्हें यह नियम रास नहीं आया। प्रतिदिन मंडी में २००-३०० अनुज्ञा जारी होती है और साल भर में १ लाख से अधिक अनुज्ञा मंडी से जारी होती है।
व्यापारियों ने किया था विरोध
१ जनवरी से लागू होने वाली ई-अनुज्ञा की इस व्यवस्था के खिलाफ व्यापारी संघों ने मोर्चा खोल दिया था। मंदसौर में भी मंडी व्यापारियों ने व्यापारी महासंघ के आह्वान में शामिल होते हुए इसमें विसंगतियां बताते हुए इसका विरोध किया था। लागू होने की स्थिति में हड़ताल की चेतावनी दी थी। प्रदेशभर में व्यापारियों के विरोध के कारण प्रमुख सचिव ने इस आदेश को फिलहाल निरस्त कर दिया है। अब इसे लेकर आगामी आदेश जब तक नहीं आता तब तक पूर्ववतव्यवस्था से ही अनुज्ञा की व्यवस्था का संचालन होगा। यानी नए साल में लागू होने वाली नईव्यवस्था फिलहाल ठंडे बस्ते में चली गई है।
निरस्त किया है
ई-अनुज्ञा जो की १ जनवरी से लागू होना थी। उसे अभी निरस्त कर दिया है। आगामी आदेश तक अब पूर्ववतव्यवस्था ही चलेगी। -ओपी शर्मा, मंडी सचिव

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