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Video में देखिए, किसने कहा उत्सव में भगवान आते है और पार्टियों में बिगड़े हुए मित्र

locationमंदसौरPublished: Jan 11, 2019 05:53:40 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

Video में देखिए, किसने कहा उत्सव में भगवान आते है और पार्टियों में बिगड़े हुए मित्र

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Video में देखिए, किसने कहा उत्सव में भगवान आते है और पार्टियों में बिगड़े हुए मित्र

मंदसौर । पशुपतिनाथ मंदिर क्षेत्र स्थित चंदरपुरा ओखाबावजी के समीप मैदान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन जारी है। शुक्रवार को संत कमलकिशोर नागर ने कृष्ण लीलाओं, देश की रक्षा कर रहे वीर जवानो, पुराने लोकगीत, रहन-सहन, हमारी संस्कृति और लिबास पर ध्यानकर्षण कर कथा में विभिन्न प्रसंगो को श्रवण कराया। उन्होंने कहा कि आज बच्चा खूब पढ़ लिख रहा हैं और विदेश जा रहा है क्यो इसीलिए पढ़ाया लिखाया कि हम अपनी भारतीय ज्ञान, संस्कृति को भूल जाएं विदेशी बन जाएं यह इस भारत में सर्वत्र गलत हो रहा हैं। पढ़- लिखकर अपनी मातृभूमि के लिए कुछ कर जाओ यह भारत है कोई विदेश नहीं जो तुम्हे भूलेगा यहां तो तुम्हे युगो-युगो तक याद रखा जाएगा। कुछ सीख लो उन विदेशियों से जो अपना देश छोडक़र भारत भ्रमण कर रहे है यहां की रीति नीति संस्कृति से नाता जोड रहे हैं और भारत की परंपराओ का बडे विधि-विधान से निर्वहन कर रहे है तो तुम भारतीयों को हो क्या गया है आखिर चाहते क्या हो जन्म मरण तो चालू है यह चक्र कभी रूका नहीं इसी में उलझे रह जाओगे।
एक गाय की भी सेवा कर ली तो जीवन तर जाएगा
उन्होंने कहा कि सबकुछ भूल जाना ये मत भूलना कि आए थे तो निर्वस्त्र थे खाली हाथ आएं थे लेकिन जब जाएं तो धन, दौलत सभी वैभव कमाए और साथ में प्रभुनाम पर बिताएं पलों की गठरी जरूर साथ ले जाएं नहीं तो धन दौलत और वैभव यहीं धरे रह जाएंगे एक अर्थी होगी और खाली हाथ चले जाएंगे। नागर ने कथा में कहा कि मंगल कार्यो पर हम पार्टियां बड़ी शान से मना लेते है लेकिन एक बात याद रखना मनाओ तो उत्सव मनाना क्योकि उत्सव में भगवान आते है और पार्टियों में बिगड़े हुए मित्र आते है वो तुम्हे भी बिगाड देंगे। अपनी माता और गौ माता का सर्वदा सम्मान करों क्योकि मां से बड़ा कोई देव नहीं और गौमाता से बड़ा कोई दानी नहीं शास्त्रों में कहा गया है गौधूली से समस्त पाप निष्क्रिय हो जाते है। एक गाय की भी सेवा कर ली तो जीवन तर जाएगा।
संस्कृति क्षीण कर देता है पाश्चात्य पहनावा
सदैव सत्संग का संग करो कथा भजन श्रवण करो क्योकि एक कटोरी देशी घी हम पी नहीं सकते लेकिन एक कटोरी घी को अगर आटे में मिला दें तो हलवा बन जाता हैं। अपने आप को भागवत कथा, सत्संग में रमाने से इस जीवन की मिठास बढ़ जाएगी। भगवत श्रीकृष्ण से आपका साक्षात्कार करा देती है एक बार श्रीहरि से इंटरव्यू हो गया तो जींदगी संवर जाती है। नागर ने कहा कि आप कथा में जाओ सत्संग में जाओ देव दर्शन करने जाओ तो ध्यान रखना कभी वहां जींस टीशर्ट और अशोभनीय वस्त्र पहनकर मत जाना क्योकि पहनावा तुम्हारा बिगड़ा हुआ है और धर्म वहां आने जाने वालो का घट जाएगा। जिस प्रकार पश्चिम में सूर्यास्त होता है, पश्चिम की हवा चले तो बारिश रूक जाती है उसी प्रकार पाश्चात्य पहनावा संस्कृति क्षीण कर देता है।
अहंकार छोड दो तीन जगह बिना बुलाएं चले जाओ
नागर ने कथा में कहा कि खूब धन कमाओ, वैभव कमाओ पर अपने आप को अहंकार में मत ले आना इतने बडे मत बन जाना सदैव एक बात स्मरण रखना कि भले ही बडे आदमी हो पर मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार में, दूसरा सत्संग, कथा में और तीसरा संकट की घडी में इन तीन जगह तो बिना बुलाएं चले जाना तो भी जीवन सार्थक हो जाएगा। कथा स्थल पर रोज रात्रि में ओम नमो: भगवते वासुदेवाय का सामुहिक जाप निरंतर हो रहे है इसमें मंदसौर जिला ही नहीं राजस्थान के अन्य जिलो से भी कथा श्रवण में हजारो धर्मालुजन आ रहे है और जप कर रहे है।

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