scriptबुराईयों के पतझड़ को समाप्त कर खुशी की हरियाली जीवन में लाए | Patrika News | Patrika News

बुराईयों के पतझड़ को समाप्त कर खुशी की हरियाली जीवन में लाए

locationमंदसौरPublished: Feb 10, 2019 07:07:19 pm

Submitted by:

Jagdish Vasuniya

बुराईयों के पतझड़ को समाप्त कर खुशी की हरियाली जीवन में लाए

patrika

बुराईयों के पतझड़ को समाप्त कर खुशी की हरियाली जीवन में लाए

मंदसौर । आत्म कल्याण भवन पर बसंत पंचमी का पर्व उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर सेवा केंद्र संचालिका समिता बहन ने कहा कि बसंत पंचमी पर हम अपने जीवन में अपने अंदर के बुराइयों के पतझड़ को समाप्त करने का संकल्प ले और खुशीए, प्रेम, आनंद की हरियाली लाना चाहिए। वसन्त पंचमी भारत के पूर्वी क्षेत्र में सरस्वती देवी जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को विद्या एवं संगीत को समर्पित किया जाता है। वाद्य यंत्रों एवं पुस्तकों का भी पूजन किया जाता है। इस दिन से पतझड़ का मौसम खत्म होकर हरियाली का प्रारंभ होता है।
इस अवसर पर बसंत पंचमी का आध्यात्मिक महत्व बताते हुए बीके हेमलता बहन ने कहा कि ब्रह्माजी ने जब सृष्टि की रचना की तो सृष्टि के सभी जीव.जंतु मानव बेजुबाँ थे, इसलिए ब्रह्मा जी ने अपने कमंडल में से जल की बूंदे धरती पर डाली तब धरती में कम्पन हुआ तभी माँ सरस्वती सफेद वस्त्र धारण किए हाथों में वीणा और वेद लिए प्रकट हुई। तब ब्रह्माजी ने कहा कि इसे बजाओ तब माँ सरस्वती वीना बजाने लगी। उनकी मधुर गुंजन सुन प्रकति झूमने लगी और सभी जीव जंतु मनुष्य भी बोलने लगे, गाने लगे। तब ब्रह्माजी ने धरती से प्रगट हुई देवी का नाम सरस्वती रखा। पीला रंग खुशी का प्रतीक है जब सच्चा आध्यात्मिक ज्ञान जीवन में होगा तो जीवन खुशी और आनंद से भरा हुआ रहेगा। इस अवसर पर आईसी यादव, वीएस मोर्य, भेरूलाल घोड़ेला, ओमप्रकाश वर्मा, सरोज यादव, सुशीला सैनी, कविता लालवानीए, उषा वर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

निकाली कलश यात्रा मनाया देवनारायण जन्मोत्सव
गुर्जरबर्डिया.भगवान देवनारायण जन्मोत्सव को लेकर गुर्जरबर्डिया में रविवार को कलश यात्रा निकाली गई।साथ ही 50 हवन कुंड चालू किए गए। गांव में जुलूस निकाला गया जिसमें गुर्जर समाज की महिलाओं ने कलश यात्रा में भाग लिया। वह पूरे गांव में भ्रमण कर वापस देवनारायण के देवरे पर रोकी गई उक्त पश्चात प्रसादी वितरित की गई। कई महिलाओं द्वारा कलश यात्रा के दौरान गांव में जगह जगह नृत्य किया गया ।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो