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रातभर दफ्तरों में बैठकर डाटा लोड करने में जुटे अधिकारी-कर्मचारी

locationमंदसौरPublished: Feb 22, 2019 04:09:57 pm

Submitted by:

Jagdish Vasuniya

रातभर दफ्तरों में बैठकर डाटा लोड करने में जुटे अधिकारी-कर्मचारी

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रातभर दफ्तरों में बैठकर डाटा लोड करने में जुटे अधिकारी-कर्मचारी

मंदसौर । रतलाम जिले के नामली में मुख्यमंत्री कमलनाथ शुक्रवार को आरहे है। यहां से जय किसान ऋण माफी योजना की शुरुआत करेंगे।इसमें मंदसौर जिले के किसानों का भी कर्जमाफ करेंगे। ऐसे में गुरुवार को दिनभर मंदसौर में भी सहकारी केंद्रीय बैंक, कृषि विभाग इसकी तैयारियों में जुटा रहा। विभागों को पोर्टल पर डाटा लोडकरने से आगे जानकारी नहीं है। इधर जिले के पौने दो लाख से अधिक किसानों का नाथ आज कर्जमाफ करने वाले है। पिछले एक माह से इसे लेकर लगातार प्रक्रियाएं चल रही है और सरकार बनने के बाद से इस पर अलग-अलग प्रक्रियाओं का दौर चला। कर्जमाफी के जुडे मुद्दें की अटकलो पर आज विराम लग जाएगा। पोर्टल पर डाटा लोड करने में पूरा स्टॉफ पिछले तीन दिनों से दिन-रात दफ्तर में बैठकर डाटा लोड करने में लगा हुआ है।इसमें विभागों द्वारा जो डाटा पोर्टल पर लोड किया जाएगा।उसी के माध्यम से प्रक्रिया होगी। ऐसे में रात-रातभर बैठकर पोर्टल पर डाटा डालने का काम करना पड़ रहा है।
सर्वर भी बना परेशानी का कारण
डाटा अपलोड करने के काम में भले ही पूरा अमला जुटा हो, लेकिन इस काम में समय सर्वर के कारण लग रहा है। सर्वर इस काम में सबसे अधिक परेशानी का कारण बना हुआ है। इस कारण दिन के साथ रात को भी कर्मचारियों को डाटा लोडकरना पड़ रहा है। हालांकि नामली में होने वाले कार्यक्रम में ऋण माफी को लेकर पूरी स्थिति क्या है। जिलेे के कितने किसानों को प्रमाण पत्र मिलेंगे और कितना कर्जमाफ एक किसान का या जिले के कितने किसानों का कितना ऋण माफ होगा। इसे लेकर कोई जानकारी स्पष्ट नहीं है।
९६ हजार का डाटा हुआ लोड
सहकारी संस्थाओं के साथ ही राष्ट्रीकृत बैंकों में कर्ज वाले किसानों द्वारा भरे गए फॉर्म की जानकारी लेने के साथ उन्हें पोर्टल पर लोड करने का काम पिछले एक सप्ताह से चल रहा है। जितने भी किसानों ने अलग-अलग फॉर्म भरे है। वह सभी फॉर्म लोड किए जा रहे है। अब तक जिले में करीब ९६ हजार किसानों की जानकारी पोर्टल पर लोड की गई की है। अब ऑनलाईन प्रक्रिया के माध्यम से कर्जमाफ होगा।
44 हसार बैंक तो 1.38 हजार सहकारी संस्थाओं में कर्जदार है किसान
कर्जमाफी की योजना में पंचायतवार फॉर्म भरवाए गए।अब इन्हें लोड करने में विभागों को पसीना आ रहा है। जिले में १ लाख ३८ हजार किसानों का कर्जमाफ सहकारी संस्थाओं में होना है। तो राष्ट्रीयकृत बैंकों के करीब ४४ हजार किसानों का कर्जमाफ होना है। बैंक व सहकारी संस्थाओं में मिलाकर पौने दो लाख से अधिक किसानों का करोड़ो रुपयों का कर्जमाफ होने वाला है।
न बसों की व्यवस्था न किसानों का मिला टारगेट
सीएम के दौरे को लेकर जिले से कितने किसानों को लेकर जाना है। कैसे लेकर जाना है और क्या आने-जाने की व्यवस्था रहेगी। कितने किसानों की कर्जमाफी होगी।इस पर इन मुद्दों से विभागीय अधिकारी पूरी तरह फ्री है। सहकारी विभाग तो डाटा लोडकरने में लगा है। ऐसे में किसानों और इस सम्मेलन से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए उन्होंने कृषि विभाग को पता होने की बात कही लेकिन कृषि विभाग के जवाबदार अधिकारी ने भी यही कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। और इसके बारे में ज्यादा पता भी नहीं है।
पूरा डाटा लोडहो चुका है
नीमच-मंदसौर में सभी किसानों का डाटा लोड किया जा चुका है। कर्जमाफ की पूरी प्रक्रिया पोर्टल के माध्यम से होगी।पोर्टल में पूरा डाटा है। अब इसमें कितने किसानों का कितना कर्जमाफ होगा और आगे की प्रक्रिया होगी। इसकी जानकारी नहीं है। पोर्टल के माध्यम से शासन स्तर से ही कर्जमाफी की पूरी प्रक्रिया होना है। -एसके भारद्वाज, महाप्रबंधक, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक, मंदसौर
ऐसा कुछ नहीं है
ऐसा कुछ नहीं है। कितने किसानों को लेकर जाना है और कितने का कर्जमाफ होगा।कैसे किसानों को ले जाना है। ऐसा कुछ नहीं है। जिले के कितने किसानों का वहां कर्जमाफ होगा। इसकी जानकारी भी नहीं है।-एएस राठौर, उपसंचालक, कृषि
फैक्ट फाईल
योजना का नाम- जयकिसान फसल ऋण माफी योजना
कर्ज होना है माफ- 31 मार्च 2018 तक का
जिले में सोसायटियां – 104
कर्जदार किसानों की संख्या- 1 लाख 38 हजार ०१०
31 मार्च की स्थिति में इन किसानों पर कर्ज- ७९७ करोड़ ५९ लाख
12 दिसंबर तक की स्थिति में किसानों पर कर्ज-806 करोड़ ९२ लाख
ग्रामीण-नेशनल बैंक – 87
बैंको के पात्र किसानों की संख्या- 44 हजार
इन किसानों का कर्ज होगा माफ- 836 करोड़

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