मंदसौरPublished: Mar 22, 2019 07:22:35 pm
Jagdish Vasuniya
कव्वाली को सुनने उमड़ा जनसैला
कव्वाली को सुनने उमड़ा जनसैला
मंदसौर । हजरत नाहर सय्यद मेले का समापन हुआ। अंतिम दिन कव्वाली व मुशायरें को सुनने के लिए बड़ी संख्या में जनसमुदाय यहां पहुंचा।42 वें राष्ट्रिय एकता मेले के समापन अवसर पर मेला गा्रउंड में कव्वाली का अयोजन किया गया। जलालाबाद उत्तरप्रदेश के कव्वाल सरफराज अनवर साबरी व मुंबई महाराष्ट्र से आई शिवांका अजमेरी ने कव्वाली की प्रस्तुती से सभी को आनंदित कर दिया। रात्रि 8 बजे से 10 बजे तक कव्वाली के कार्यक्रम के साथ ही दरगाह में जियारत करने के लिए लोगों का आवाजाही का दौर चलता रहा।
सफराज अन्नवर साबरी ने कव्वाली में मेरे यार को गवारा नही मेरी रूसवाई दो चार काम मुश्किल से मेरे साथ चली थी इतने में बेवफा हो गयी । मेरा कही और गुजारा नही तेरे दर के सिवाय मेरे बाबा मुझको अपने दर पडा रहने दे। यह पंक्तियां पड़ी। अजमेरी ने परिंदों में फिरकापस्ती नही होती कभी मंदिर के शिखर पर तो कभी मजिस्द की मीनार पर जाकर बैठते है। मेरे उल्लाह मेरे मौला ***** मुस्लिम फिर से एक ही थाली में खाये ऐसा हिन्दुस्तान बना दे मौला। कव्वाली में पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष मो खलील शेख, राजनारायण लाड, सलीमुदिदन शेख, भाजपा नेता राजु चावला, जाकिर नागौरी उपस्थित थे। इस अवसर पर सभी शायरों का स्वागत हजरत नाहर दरगाह कमेटी के पूर्व सदर भूरेखां मेव, सदर इमरान खा मेव, नायब सदर निसार खा मेव, सेकेट्री इस्माईल चौधरी, खंजाची न्याय अहमद सेठ, कानुनी सलाहकार अमजद खान एडव्होकेट, सदस्य अनिस खान, नाहरू खां मेव सईद खान, अहमद खान, हबीब लाला, असलम खां मेव, पार्षप्रतिनिधी अशफाक खा मेव, सीरत कमेटी के पूर्व सदर हाजी अकिल कुरैशी ने किया।