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एक और डॉक्टर के इस्तीफा अब जिला अस्पताल 20 डॉक्टर के भरोसे

locationमंदसौरPublished: Mar 30, 2019 06:58:21 pm

Submitted by:

Jagdish Vasuniya

एक और डॉक्टर के इस्तीफा अब जिला अस्पताल 20 डॉक्टर के भरोसे

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एक और डॉक्टर के इस्तीफा अब जिला अस्पताल 20 डॉक्टर के भरोसे

मंदसौर । जिला अस्पताल में डॉक्टरों के कम होने का दौर लगातार जारी है। इसी क्रम में अब डॉ अरिहंत जैन ने भी अपना इस्तीफा जिला अस्पताल प्रबंधन को सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि इसके बाद दो से तीन अप्रैल को पीजी में चयन के बाद डॉ कुशलराज पाटीदार भी एक माह का नोटिस सिविल सर्जन डॉ अधीर कुमार मिश्रा को सौपेगें। वहीं दूसरी ओर ना तो जिला स्वास्थ्य समिति डॉक्टरों की पूर्ति के िलए कोई कदम उठा रही है और ना ही सीएमएचओ द्वारा कोईप्रयास किया जा रहा है। एक अप्रैल से डॉ विशाल गौड़ और डॉ अरिहंत जैन अपनी सेवाएं जिला अस्पताल में नहीं देगें और पीजी की पढ़ाई करेगें।
आधा दर्जन विभागों में डॉक्टर नहीं
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में अप्रैल माह से केवल २० डॉक्टर ही अपनी सेवाएं देगें। केवल ११ चिकित्सक ही प्रथम श्रेणी है। और नौ चिकित्सक द्वितीय श्रेणी के है। डॉक्टरों की लगातार कमी होने के कारण अस्थि रोग वार्ड, मेडिकल वार्ड, रेडियालॉजिस्ट, पेथॉलाजिस्ट सहित छह विभागों में विशेषज्ञ ही नहीं है। और जिन डॉक्टरों को जिम्मेदारी दे रखी है उनके पास दो से तीन दायित्व अन्य भी सौंप रखे है। ऐसे में कार्य की अधिकता से डॉक्टर आगे नौकरी छोड़ सकते है।
ओपीडी में तीन डॉक्टर ही दे रहे सेवाएं
ओपीडी में सुबह से लेकर शाम तक करीब ४०० से ५०० मरीज प्रतिदिन आते है। डॉक्टरों की कमी के कारण अधिकांश डॉक्टर की कुर्सी खाली ही रहती है। दो से तीन डॉक्टर ही सप्ताह में दो से तीन ओपीडी में उपस्थित रहते है। कईबार तो केवल एक डॉक्टर ही ओपीडी में मरीजों की जांच करते हुए नजर आते है। कईबार सिविल सर्जन से लेकर अन्य डॉक्टर अन्य प्रभार के साथ-साथ ओपीडी में अपनी सेवाएं कभी कभार देते है।
थोड़ा गंभीर तो सीधे रैफर
जिला अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ और मेडिकल विशेषज्ञ नहीं है। ऐसे में इनसे संबंधित बीमारियों के मरीजों को काफी परेशानी का सामना जिला अस्पताल में करना पड़ रहा है। मेडिकल वार्डकी जिम्मेदारी शिशु रोग विशेषज्ञ को दे रखी है। वहीं आर्थों में डॉ कटारे ही बचे है। लेकिन वे विशेषज्ञ नहीं है। ऐसे में बिच्छू और हड्डी टूट जाए तो सीधे मरीजों रैफर होने की नोबत हो गईहै।
इनका कहना….
पीजी में चयन होने के कारण डॉ अरिहंत जैन और विशाल गौड़ एक अप्रैल से सेवाएं नहीं देगें।
डॉ अधीर मिश्रा, सिविल सर्जन जिला अस्पताल।

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