अब तक जिलेवासियों ने खूब संयम रखा और धैर्य दिखाया। अब सिर्फ 9 दिन का समय बाकी है और जो सयंम अब तक दिखाया है वहीं धैर्य 14 अप्रैल तक बरकरार रखना है। और कोरोना को हराना है। प्रशासन व पुलिस के साथ ही सामाजिक संस्थाओं व समाजसेवियों ने भी कोरोना को हराने के लिए अहम भूमिका निभाई है। लॉकडाउन के इस दौर में सब्जी व दूध तो लोगों को हर दिन मिला लेकिन किराना में थोड़ी दिक्कत हो रही है इसके अलावा रेल से लेकर सड़क परिवहन पूरी तरह थमा हुआ है आंतरिक वाहन भी नहीं चल रहे है और पूरा मार्केट लॉकडाउन है और जिले को राजस्थान सहित प्रदेश के अन्य जिलों से जोडऩे वाले सीमा भी सिल है। अब लोगों को 15 अप्रैल को लॉकडाउन खुलने का इंतजार है।
दूध की दुकानों से लेकर किराना दुकानों पर करवाया जा रहा पालन : सोशल डिस्टेसिंग का पालन करवाने को लेकर प्रशासन व पुलिस का अमला लगातार लगा हुआ है। वहीं जागरुकता के काम भी किए जा रहे है। ऐसे में अस्पताल से लेकर बैंक और अब दुध की डेयरियों से लेकर किराना दुकानों सहित अन्य दुकानों पर भी सोषल डिस्टेसिंग का पालन लोगों से करवाया जा रहा है। कोरोना से जारी जंग में अधिकांश लोग सोषल डिस्टेसिंग से लेकर अन्य सावधानियों को रखते हुए कोरोना से चल रही जंग में अपनी भूमिका निभा रहे है।