विरोध के बाद थम गई सीलिंग की कार्रवाई
रबी सीजन की शुरुआत के साथ ही यूरिया के लिए मारा-मारी का दौर शुरु हुआ तो बीज भी इस बार किसानों को महंगे दामों पर मिले। ऐसे में प्रदेश स्तर के साथ जिले में भी इन पर नकेले कसने के लिए खाद-बीज व कृषि दवाईयों की दुकानों पर निरीक्षण व कार्रवाई का दौर चला। हालंाकि जिले में सील करने के अलावा कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई। खाद विक्रेताओं के कार्रवाई के विरोध में उतर आने के बाद सीलिंग की कार्रवाई भी एक भी नहीं हुई। और सिर्फ सैंपल लेने का ही काम किया गया।
सैंपल व निरीक्षण तक सीमित कार्रवाई
जिले में शासन के निर्देशों के बाद प्रशासन ने रुचि दिखाई और राजस्व अधिकारी भी जांच करने निकलें। १५ से ३० नवंबर तक चले अभियान के दौरान जिले के सभी विकासखंड में स्थित खाद, बीज व कृषि दवाईयों की दुकानों पर टीमें पहुंची और सैंपल लिए। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने जिन दुकानों व गोदामों पर पहुंचकर अनियमितताएं पाए जाने पर सील करने की कार्रवाई की थी। उन पर अब तक आगे कार्रवाई नहीं हुई। वहीं विभाग ने निरीक्षण और सैंपल लेने तक अपनी कार्रवाई को सीमित कर दिया।
रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई करेंगे
पखवाड़े भर में १३८ जगहों पर निरीक्षण करने के साथ १२५ संैपल लिए है। जिसे परीक्षण के लिए लैब में भेजा है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे। वहीं जो गोदाम-दुकान सील है। उन्हें दस्तावेज मंगवाए है। उनका परीक्षण कर कार्रवाई करेंगे। -डॉ. अजीतसिंह राठौर, उपसंचालक, कृषि