सचिव संगठन प्रदेशाध्यक्ष की आय ३८ लाख और निकली करोड़ों की संपत्ति, मामला दर्ज
मंदसौरPublished: May 31, 2022 06:27:35 pm
अवैध रूप से यह संपत्ति कमाई
मंदसौर.
उज्जैन ईओडब्लयू की टीम ने मंगलवार सुबह पंचायत सचिव संगठन के प्रदेशाध्यक्ष दिनेश शर्मा के दलौदा स्थित घर सहित चार ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की। दिनेश शर्मा की तनख्वाह और कृषि से करीब ३८ से ४० लाख रूपए की अब तक कमाई हुई है। लेकिन कमाई से कई गुना उनकी संपत्ति सामने आई है। ईओडब्लयू की टीम की कार्रवाई में अब तक करीब दो करोड़ ४१ लाख की चल अचल संपत्ति सामने आई है। अधिकारियों ने कहा कि दिनेश शर्मा ने अवैध रूप से यह संपत्ति कमाई है। ईओडब्लयू के अधिकारियों ने शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। और बैंकों सहित अन्य जगह से ओर जानकारी एकत्रित की जा रही है।
उज्जैन ईओडब्ल्यू की दो टीमों में जिसमें डीएसपी रेंक के अधिकारियों सहित 20 कर्मचारी टीम में शामिल थे । टीमों ने दिनेश शर्मा के घर गुराडिया लाल मुहा और दलौदा स्थित उसके आवास पर, इंदौर और भोपाल के ठिकानों पर भी कार्रवाई की गई । कार्रवाई में प्रदेश के कई शहरों में संपत्ति का खुलासा हुआ है। जिसमें इंदौर करोल बाग अरविंदों मेडिकल कॉलेज के सामने दो फ्लेट, भोपाल के हर्षवर्धन नगर में एक तीन मंजिला मकान, दलोदा में एक तीन मंजिला मकान, गुराडियालाल मुहा में 25 बीघा पैतृक कृषि जमीन, एलची में 1.17 हेक्टेयर कृषिभूमि, पाडलियालाल मुहा में 7.50 बीघा जमीन ओर एक प्लाट, सेजपुरिया गांव में आधा बीघा जमीन, सोनगरी में 900 फीट का प्लाट, एक टाटा सफारी कार, एक्टिवा स्कूटर, मोटरसाइकिल है। अधिकारियों कहा कि कार्रवाई के दौरान करीब ४४ हजार रूपए नगद और साढ़े तीन लाख रूपए के जेवरात भी मिले है।
जानकारी के अनुसार अधिकारियों को १६ बैंक खाते सामने आए है। और सभी बैंक खातों की पास बुक है। दिनेश शर्मा को नौकरी से २०२१ में बर्खास्त भी कर दिया गया था। अधिकारियों ने बैंक सहित अन्य कार्यालयों से जानकारी मांगी है। अधिकारी यह भी देखेगें कि शर्मा के यहां काम करने वाले के नाम से तो कोई संपत्ति नहीं ली गई है। कार्रवाई चार घंटे से अधिक समय तक चली।
डीएसपी अजय कैथवास ने बताया कि दिनेश शर्मा १९९८ में सचिव पद पर भर्ती हुआ था। उसकी कृषि और नौकरी से अब तक ३८ लाख रूपए की आय हुई है। इनके दस्तावेजों में २ करोड़ ४१ लाख रूपए से अधिक की चल अचल संपत्ति सामने आई है। संपत्ति अवैध तरीके से बनाई गई है। इनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। हमने बैकों को सूचना जारी की है कि इनके नाम से लॉकर, एफडी या नौकर के नाम से बेनामी संपत्ति हो सकती है। सर्च में १६ बैंक के खाते सामने आए है।