मध्यप्रदेश के इस जिले में रूठों को मनाने आ रहे मुख्यमंत्री किसानों पर दारोमदार, -विधानसभा चुनाव के मध्यनजर विधानसभा चुनाव के मध्यनजर किसान आंदोलन का
मंदसौर.
किसान आंदोलन से जिले में हुआ पॉलिटिकल डेेमेज की खाई को पाटने के लिए सरकार जी-जान से जुट गई है। खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किसान आंदोलन के ८ माह बाद भी सरकार व भाजपा की प्रति किसानों की नाराजगी दूर नहीं हुई है। यही वजह है कि किसानों को रिझाने के लिए सरकार बड़े-बड़े प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री जिले में ज्यादा से ज्यादा किसानों से सीधे संवाद करने के मौके बना रहे है। यही वजह है कि १० जनवरी को दलौदा में आयोजित होने वाले भावातंर योजना राशि देने के कार्यक्रम को मुख्यमंत्री ने स्थगित किया था। कारण था प्रशासन की आधी अधूरी तैयारी थी। इस कार्यक्रम में २१ हजार ३४८ किसानों को २५ करोड़ ७२ लाख रूपए राशि प्रदान की जानी थी। अब २० जनवरी को मुख्यमंत्री
शिवराज सिंह चौहान दलौदा में आ रहे है। वे करीब ४१ हजार किसानों को ४५ करोड़ रूपए की राशि भावातंर योजना के तहत वितरीत करने वाले है। इसके लिए जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग युद्धस्तर पर तैयारी कर रहा है।
जून माह में हुए किसान आंदोलन के बाद से मालवा क्षेत्र के किसानों को रिझाने के हर संभव जतन कर रहे है। मुख्यमंत्री का आठ माह में तीसरी बार मंदसौर जिले में किसानों को रिझाने के लिए बड़े कार्यक्रम आयोजित करना इस बात का प्रमाण है कि सरकार हर हाल में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के प्रति किसानों की नाराजगी दूर करना चाहती है। नवबंर माह में भानपुरा क्षेत्र में हजारों किसानों की उपस्थिति में ३६४ करोड़ की सिंचाई योजना के प्रथम चरण का मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान ने उद्घाटन किया था। अब २० जनवरी को नवबंर एवं दिसबंर दोनों माह में किसानों द्वारा मंडियों में बेची गई उपज का भावातंर राशि देने का कार्यक्रम बना है।
नवबंर तक २१ हजार ३४८ किसानोंं को २५ करोड़ ७२ लाख रुपए की राशि देने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। शनिवार को सभी किसानों की सूची व उनसे संबंधित उपज की भावातंर राशि की सूची बन गई है। सोमवार को कृषि विभाग वह सूची कोषालय अधिकारी को सौंप देगा। २० जनवरी से पहले दिसबंर माह के करीब २० हजार किसानों की तकरीबन २० करेाड़ रूपए की राशि भावातंर योजना की बनी है। इसके लिए भी प्रशासन एवं कृषि विभाग मुख्यमंत्री के आने से पहले तैयारियां पूरी करने का प्रयास कर रहे है।
उपज बेचने के ५२ दिन के बाद मिलेगी किसानों को राशि
जिले में १६ अक्टूबर से ३१ दिसबंर तक करीब ४४ हजार पंजीकृत किसान अपनी उपज बेच चुके है। नवबंर में उपज बेचने वाले करीब २१ हजार किसान थे। जबकि दिसबंर माह में उपज बेचने वाले करीब २० हजार किसान थे। किसान की अपनी उपज बेचने के ३० से ६० दिन के इंंतजार के बाद उन्हें भावातंर योजना का लाभ मिलेगा। किसानों को पहले दिसबंर माह में भावातंर योजना का लाभ दिया जाना था। बाद में १० जनवरी को मुख्यमंत्री के हाथों राशि वितरीत करने के लिए देरी की गई। अब २० जनवरी को मुख्यमंत्री के हाथों ही भावातंर योजना की राशि दी जाएगी।
कलेक्टर का कहना…
कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने कहा कि पहले नवबंर माह में पंजीकृत किसानों द्वारा बेची गई उपज के भावातंर राशि दी जाना थी। अब तक शासन की और से करीब २७ करोड़ की राशि प्राप्त हो चुकी है। जबकि १८ से २० करोड़ रूपए की राशि ओर आना शेष है। लगभग ४० हजार से अधिक किसानों को करीब ४५ करोड़ रूपए की राशि मुख्यमंत्री के हाथों २० जून को दलौदा में आयोजित कार्यक्रम में वितरीत करवाई जाएगी।