हाईसिक्यूरिटी नंबर प्लेट कुछ सालों से प्रदेश में बनना बंद हो गई है। इस हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट का सबसे बड़ा फायदा यह था कि इसको चारपहिया वाहन व दुपहिया वाहन से खोल नहीं सकते थे और यह वाहन के लिए बेहद उपयोगी भी थी। लेकिन इसके बंद होने के बाद जहां चोर गिरोहों ने इसका लाभ लेना शुरु कर दिया है तो अब तस्करी भी जिले और प्रदेश की सीमांओं को लांघकर नंबरों के खेल से अपनी तस्करी का काम पूरा कर रहे है।
जिले में कई बार ऐसे प्रकरण सामने आए है। जिसमें देखने में आया है कि तस्कर वाहनों की ओरिजनल नंबर प्लेट को बदलकर नकली नंबर प्लेट लगाकर तस्करी का काम करते है ताकि किसके नाम पर वाहन है यह पता नहीं चल सके। हाल ही में ऐसे मामले कोतवाली थाने में सामने आए है। परिवहन अधिकारी रीना किराड़े ने बताया कि हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट को लेकर नियम कायदें देखकर इसको सीधे वाहनों में लगाने के निर्देश जारी किए जाएंगे।
जिले में कई बार ऐसे प्रकरण सामने आए है। जिसमें देखने में आया है कि तस्कर वाहनों की ओरिजनल नंबर प्लेट को बदलकर नकली नंबर प्लेट लगाकर तस्करी का काम करते है ताकि किसके नाम पर वाहन है यह पता नहीं चल सके। हाल ही में ऐसे मामले कोतवाली थाने में सामने आए है। परिवहन अधिकारी रीना किराड़े ने बताया कि हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट को लेकर नियम कायदें देखकर इसको सीधे वाहनों में लगाने के निर्देश जारी किए जाएंगे।