सुबह खोले थे ३ बड़े गेट, शाम को बंद किए
गांधीसागर बांध में पानी की आवक बढऩे के साथ रविवार को दिनभर ८ गेट खुले रहे। शाम को ३ गेट बंद कर दिए और ५ गेट खुले थे। जलसंसाधन विभाग के एसडीओ एमएल त्रिवेदी ने बताया कि शुक्रवार से गांधीसागर के तीन सूल्ज गेट खुले है। शनिवार रात को आवक बढऩे के कारण 2 छोटे गेट और 3 बड़े गेट खोल दिए थे। इस तरह 5 छोटे गेट और 3 बड़े गेट कुल मिलाकर वर्तमान में 8 गेट खुले हुए थे। जो दिनभर रही और रविवार को शाम ५.३० बजे ३ बड़े गेट बंद कर दिए। अब सिर्फ ५ छोटे गेट खुले है। वर्तमान में आवक १ लाख ७३ हजार क्यूसेक से हो रही है और इतना ही पानी छोड़ रहे है।
रेतम के फिर खोलना पड़े १२ गेट
लिंबावास सहित आसपास के क्षेत्र फिर नदी-नाले उफान पर है। इसके चलते रेतम बैराज के १२ गेट खोल दिए गए। लिंबावास,बांसखेड़ी, बुढा, झार्डा, गोपालपूरा सहित आसपास क्षेत्र में बारिश हुई तो पानी फिर बढ़ गया। रविवार को भी रुक-रुककर बारिश होती रही। इसको लेकर आवागमन बंद भी रहा। झार्डा से बुढा रोड़ पर स्थित पूलिया पर ४ से ५ फीट तक का पानी रहा। 6 घंटे बाद आवागमन चालू हुआ। शनिवार को रात्री मे तेज बारिश के चलते 6गेट खोले गए जो रविवार कि सुबह मे दो गेट बंद कर दिए उसके बाद मे फिर रेतम मे पानी कि आवक बढने लगी तो 11 बजे 11 गेट खोलने पड़े उसके बाद एक और गेट खोला।
लिंबावास सहित आसपास के क्षेत्र फिर नदी-नाले उफान पर है। इसके चलते रेतम बैराज के १२ गेट खोल दिए गए। लिंबावास,बांसखेड़ी, बुढा, झार्डा, गोपालपूरा सहित आसपास क्षेत्र में बारिश हुई तो पानी फिर बढ़ गया। रविवार को भी रुक-रुककर बारिश होती रही। इसको लेकर आवागमन बंद भी रहा। झार्डा से बुढा रोड़ पर स्थित पूलिया पर ४ से ५ फीट तक का पानी रहा। 6 घंटे बाद आवागमन चालू हुआ। शनिवार को रात्री मे तेज बारिश के चलते 6गेट खोले गए जो रविवार कि सुबह मे दो गेट बंद कर दिए उसके बाद मे फिर रेतम मे पानी कि आवक बढने लगी तो 11 बजे 11 गेट खोलने पड़े उसके बाद एक और गेट खोला।
बारिश से फिर गांव हुआ जलमग्न
मगराना. गांव में रविवार को सुबह फिर तेज बारिश हुई। मगराना में फिर से बाढ़ जैसे हालात बन गए। इससे पूरा गांव जलमग्न हो गया। मगराना गांव में फिर आफत की बारिश हुई। इससे फिर कुछ लोगों के मकान धराशाई हो गए। गांव में सुंदर धनगर सिकलीगर मोहल्ला में बाढ़ का पानी गुसने से कच्चे मकान गिर गए है।
मगराना. गांव में रविवार को सुबह फिर तेज बारिश हुई। मगराना में फिर से बाढ़ जैसे हालात बन गए। इससे पूरा गांव जलमग्न हो गया। मगराना गांव में फिर आफत की बारिश हुई। इससे फिर कुछ लोगों के मकान धराशाई हो गए। गांव में सुंदर धनगर सिकलीगर मोहल्ला में बाढ़ का पानी गुसने से कच्चे मकान गिर गए है।