पशुपतिनाथ, सहस्त्र महादेव व तापेश्वर को साक्षी मानकर ली शपथ जब शिवना पुकारेंगी तब श्रमदान के लिए उठाएंगे हाथ
पशुपतिनाथ, सहस्त्र महादेव व तापेश्वर को साक्षी मानकर ली शपथ जब शिवना पुकारेंगी तब श्रमदान के लिए उठाएंगे हाथ
मंदसौर
Published: June 21, 2022 10:37:13 am
मंदसौर.
मां शिवना के हृदय स्थली मध्य में विश्व योग दिवस एवं श्रमदान की आज पूर्ण करने सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचेंगे। शिवना श्ुाद्धिकरण महाअभियान में लगातार 33 दिवस प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में सामाजिक संगठनों के साथ कई समाजों प्रमुखों द्वारा लंबे समय तक श्रमदान किया गया। इस श्रमदान के लिए मशीनों के साथ हजारों श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थिति दी है और शिवना का स्वरुप बदल दिया। श्रमदान के दौरान श्रमदानियों ने शपथ ली कि जब भी मां शिवना पुकारेगी वह श्रमदान के लिए यहां मौजूद रहेंगे। समापन पर भी भगवान पशुपतिनाथ और सहस्त्र शिवलिंग महादेव से लेकर तापेश्वर को साक्षी मानकर शिवना को स्वच्छ और इसके लिए काम करने के लिए शपथ ली जाएगी। समापन पर योग के साथ श्रमदान एक घंटे तक किया जाएगा।
33 से दिवस के इस महा श्रमदान में महाराष्ट्र समाज उन्नयन समिति ने भागीदारी की। गोविंद वेश्पायन पूर्व अध्यक्ष एवं संरक्षक सुभाष विजेंद्र प्रमोद खीरे, संरक्षक राजेंद्र पाठक,प्रवीण कोर, दिनेश कोराने, विनय हुपेले, पंकज वेशपायन, तनुज गुप्ते, दीपक धीरज पाठक, राकेश पाठक सहित अन्य मौजूद थे। इसी के साथ जिला कोषालय परिवार से सुनील कुमार डाबर, कोषालय अधिकारी सुभाष कापलेले, संदीप सक्सेना, दिलीप सोनकर, दिनेश नलवाया, संजीव श्रीवास्तव, शिवेंद्र सिंह, रिंकू नागदा, निशा दुबे, जिला पेंशन कार्यालय से पेंशन अधिकारी सुरेश चंद्र पंवार, कमल भटनागर से लेकर अन्य मौजूद थे। सभी ने श्रमदान किया। साथी हाथ बढ़ाना के साथ तगारी उठाकर बड़े उत्साह उमंग के साथ श्रमदान पूर्ण किया। दैनिक श्रमदान करने वाले हरिशंकर शर्मा, अरुण गोड़, सुनीता भावसार, सीमा चौरसिया, बंशीलाल टांक, राजाराम तंवर, अजीजुल्लाह खान से लेकर अन्य मौजूद थे। यह जानकारी सत्येंद्र सिंह सोम ने दी। श्रमदान के दौरान दशपुर जागृति संगठन के संरक्षक डॉ रविंद्र पांडे ने शपथ दिलाते हुए कहा हम शिवना को श्रद्धा के साथ साफ स्वच्छ रखने के लिए सतत कार्य करते रहेंगे। शिव नाम आज जब भी पुकारे की हम अपने कर्तव्य को मानकर देश की प्रत्येक नदियों के लिए श्रमदान करते रहेंगे यह हमारा परम सौभाग्य है हमें शिवना का जल पीने को मिल रहा है जो साक्षात अमृत तुल्य है। महाराष्ट्रीयन समाज के पूर्व उपाध्यक्ष प्रमोद खीरे ने कहा मां शिवना के लिए समाजजनों को लाकर मुझे संतोष मिल रहा है इस श्रमदान के अंदर हमारे समाज के सभी साथी पहुंचे हैं। मातृशक्ति भी साथ में आई है। लगातार सेवा करने का अवसर हमें मिला है। हम प्रतिवर्ष आते रहेंगे।
सभी ने उत्साह के साथ काम किया
जिला कोषालय से रिंकू नागदा ने कहा कि शासकीय विभाग के कर्मचारियों ने बड़े उत्साह उमंग के साथ जो कार्य किया है। सभी प्रशासकीय विभागों को जोडक़र यह शुरुआत बहुत सुखद है पर्यावरण के लिए प्रति वर्ष सभी प्रशासकीय विभाग को कार्य करना चाहिए। मुझे शिवना तट पर आत्म संतोष के साथ भगवान पशुपतिनाथ सहस्त्र शिवलिंग शिवना का साक्षात आशीर्वाद मिला है।
सभी के प्रयासों के आएंगे परिणाम
सहायक पेंशन अधिकारी नरेंद्र कमल भटनागर ने कहां कि लंबे समय तक शिवना के लिए सभी ने प्रयास किए हैं, लेकिन इस बार जो परिणाम आए हैं वह बहुत सुखद है भविष्य में स्थाई योजना बनेगी इसका मुझे पूर्ण विश्वास है प्रशासन और जनता का सहयोग मिलेगा तो शिवना कल कल बहेगी। प्रवाहमान शिवना के लिए जिस प्रकार एक माह से अधिक समय तक अभियान चला और शहर के हर वर्ग और सामाजिक संगठनों से लेकर प्रशासनिक अमलों व आम लोगों ने श्रमदान किया तो प्रशासन ने इसे गति दी उसी के कारण सामूहिक प्रयासों से परिणाम दिखें। अब जरुरत इसे अंजाम तक पहुंचाने की है।
नदियों के लिए बड़ी योजना की जरुरत
जिला कोषालय अधिकारी सुनील कुमार डाबर ने कहा कि देश की प्रत्येक नदियों के लिए श्रमदान अनिवार्य किया जाना चाहिए और इन्हें गंदा ना हो इसके लिए पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए। जिसके ऊपर हमारा आर्थिक आधार टिका है उसे हम साफ स्वच्छ रखें समय का परिवर्तन के साथ समस्त नदियां साफ स्वच्छ रखने के लिए बड़ी योजना बनाने की आवश्यकता है। सकारात्मक सोच के साथ किया गया हर काम सफलता देता है। शिवना को लेकर जिस प्रकार सकारात्मकता इस बार सभी ने दिखाई तो शिवना का स्वरुप बदला है। सभी ने अपनी जिम्मेदारी निभाई है। अब शासन की योजना का जल्द जमीन पर उतरने का इंतजार है। शिवना के लिए तो हर शहरवासी तैयार है। शासन व शहर से लेकर समाजों व प्रशासन की सामूहिक प्रयासें से नदी का स्वरुप फिर बदलेगा।

पशुपतिनाथ, सहस्त्र महादेव व तापेश्वर को साक्षी मानकर ली शपथ जब शिवना पुकारेंगी तब श्रमदान के लिए उठाएंगे हाथ
यहां आकर आंनद की अनुभूमि हुई
जिला पेंशन कार्यालय अधिकारी सुरेश चंद्र पंवार ने कहा कि शिवना पर आकर एक विशेष संतुष्टि आंनद की अनुभूति होती है जीने हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते। इस अभियान को हमें जोड़ा जिससे हमें भी यहां काम करने का अवसर मिला।
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