पहले पति ने ससुर को दी थी धमकी
मंदसौरPublished: Jul 24, 2019 03:52:58 pm
पहले पति ने ससुर को दी थी धमकी
मंदसौर
भानपुरा तहसील के खजूरना खेड़ा में 17 जुलाई को कुए से बतूलबाई पति प्रभु लाल बंजारा उम्र 30 वर्ष व उसके 4 बच्चों के शव मिले थे। बच्चों में पिंकी 7 वर्ष, लक्की 5 वर्ष, कनिका 3 वर्ष व संदीप 1 वर्ष थे। पुलिस ने जांच में पाया कि १५ जुलाई 2019 को बतुलबाई अपने मायके जाना चाहती थी। किंतु उसकी ननद जमुनाबाई व पति प्रभुलाल ने मना कर दिया। इस बात पर मृतका बतुलबाई लड़ाई झगड़ा कर चारों बच्चों के साथ अपने मायके कुआंखेड़ा चली गई। मृतिका के पति प्रभुलाल ने अपने ससुर कारूलाल को फोन कर बोला कि मेरी पत्नी बिना कहे मायके आ रही हैं। उसे तुरंत मेरे घर गांव खजूरना छोड़ दो नहीं तो ठीक नहीं रहेगा।
एसआई राकेश चौधरी ने बताया कि मृतिका के पति के फोन पर उसके पिता ने 16 जुलाई को बतुलबाई को उसके चारों बच्चों को बस में बिठा कर खजूरना खेड़ा रवाना कर दिया। और इसकी सूचना मृतिका के पिता ने पति प्रभुलाल को फोन पर दे दी तो इस पर प्रभुलाल ने अपनी बहन जमुनाबाई को फोन करके कहा कि मेरे घर पर ताला लगा दो बतुल आ रही है। उसे घर में मत घुसने देना वह बिना कहे गई थी। जमुनाबाई ने मृतिका के घर पर ताला लगा दिया। बतुलबाई जब खजूरना खेड़ा अपने बच्चों के साथ पहुंची तो घर पर ताला लगा देखा तो जमुनाबाई जो पास में ही रहती हैं चाबी मांगी पर जमुनाबाई ने ताला नहीं खोला ही इस बात पर मृतिका बतुलबाई व जमुना बाई में झगड़ा हुआ व दोपहर में ही 16 जुलाई को मृतिका परेशान होकर आत्महत्या करने जा रही थी। तो जेठानी कमलाबाई पति प्रहलाद बंजारा ने बचाया बाद में मौके पर जमुनाबाई ने अपने प्रेमी बशीर राणा पिता अब्दुल गनी निवासी भानपुरा को बुलाया। आते ही उसने बतुलबाई को डराया धमकाया तथा दिन में ही पति प्रभुलाल का भी फोन बतुलबाई के पास आया। उसने भी गालियां दी प्रताडि़त किया व कहा कि मरती है तो मर जा। इस प्रकार मृतिका को इन तीनों आरोपियों ने मानसिक शारीरिक रूप से खूब प्रताडि़त किया। जिससे मृतिका ने 16 जुलाई की रात खाना भी नहीं बनाया बच्चे व स्वयं भूखी रही बहुत ज्यादा प्रताडि़त करने पर बतुलबाई ने अपने बच्चों पिंकी लक्की कनिका व संदीप सहित अपने घर के आंगन में बने कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने तीनों के खिलाफ प्रकरणदर्ज कर िलया है।
एसआई राकेश चौधरी ने बताया कि पीएम रिपोर्ट में डॉक्टर द्वारा बतुलबाई व उसके बच्चों की मृत्यु पानी में डूबने के कारण होना बताया। अन्य जांच के लिए विसरा वेजाइनल स्वैब स्लाइड जप्त किऐ जो जांच के लिए एफ एस एल इंदौर भेजे गए थे। पुलिस ने घटनास्थल से टूटा हुआ ताला तथा रात्रि में बतुलबाई द्वारा बनाई गई चाय के बर्तन बतौर साक्ष्य जप्त किए। कॉल डिटेल के अवलोकन में जमुनाबाई, बशीर राणा व प्रभुलाल बंजारा तीनों के आपस में 16 जुलाई को लगातार बातचीत कॉल डिटेल तथा कथनों से बशीर राणा का 16 जुलाई को दिन में लोकेशन ग्राम खजूरना में होना पाया गया तथा पति प्रभुलाल के बारे में जो पहले तमिलनाडु कंबल बेचने जाना बताया था वह भी असत्य था वह आसपास क्षेत्र में था। और उसने अपनी पत्नी और बच्चों का अंतिम संस्कार भी किया। जानकारी अनुसार मृतिका अपने ननंद के यहां उसके प्रेमी बशीर राणा के आने को गलत मानती थी। वह इस पर हमेशा अपने पति को भी बोलती थी पर पति ने कभी भी अपनी पत्नी की बात नहीं मानी व उल्टे अपनी बहन और उसके प्रेमी का पक्ष लेता था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना की सुबह मृतिका का पति प्रभुलाल दाहोद गुजरात में था। उसे जैसे ही पता चला वह वहां से मोटरसाइकिल से निकला जो दोपहर 3रू15 बजे गांव पहुंच गया व अंतिम संस्कार में शामिल हुआ। घटना के समय व्यक्तिगत रूप से मौजूद नहीं था पर पूरे घटनाक्रम में वह फोन पर दोनों अन्य आरोपियों के साथ अपनी पत्नी को धमका रहा था प्रताडि़त कर रहा था। आत्महत्या के कारण में पति द्वारा भी प्रताडि़त करना भी मुख्य कारण जांच में आया पति द्वारा पत्नी का पक्ष ना लेकर अपनी बहन और उसके प्रेमी का पक्ष लेना घटना का मुख्य कारण सामने नजर आया। मृतिका का पति प्रभुलाल दाहोद से 300 किलोमीटर मोटरसाइकिल चलाकर आ गया यह भी जांच का विषय है। विसरा रिपोर्ट आने पर आगे जो कार्यवाही होगी पुलिस करेगी। मृतिका के पिता कारूलाल बंजारा व अन्य परिजनों व बंजारा समाज ने इसे हत्या माना है। उनका कहना है कि आरोपियों ने जहर देकर मारा व बाद में कुएं में डाल दिया। पर पुलिस को जो प्रमाण विगत 7 दिनों में मिले उससे यह तो पाया कि मृतिका को इन तीनों आरोपियों ने बेहद मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताडि़त किया। जिससे उसने अपने चार मासूम बच्चों के साथ कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली।